नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस और रेजीडेंट डॉक्टरों के हुई बीच हुई झड़प का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. इसी को लेकर आज सुबह से सफदरजंग अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स ने पूरी तरह से सेवाएं ठप कर दी हैं. इमरजेंसी, ओपीडी समेत सभी सेवाएं ठप कर दी गई थी जिसके बाद मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था.
मंगलवार की शाम को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि जो डॉक्टरों की मांग है उनकी मांग को लेकर हम आवाज उठाएंगे और सुप्रीम कोर्ट में छह जनवरी को सुनवाई होगी. उससे पहले हम चाहते हैं कि इसका हल निकाला जाए. वहीं मंत्री की तरफ से यह कहा गया है कि पूरी कोशिश की जाएगी कि इसका जल्द से जल्द हल निकाला जाए.
सफदरजंग अस्पताल में डॉक्टरों की हड़ताल जारी
FORDA के प्रेजिडेंट डॉ. मनीष कुमार ने बताया कि उनकी मुलाकात स्वास्थ्य मंत्री से हुई है और उन्होंने हड़ताल खत्म करने की बात कही है, लेकिन अभी हमने हड़ताल की बात को नहीं माना है और उन्होंने दिल्ली पुलिस की तरफ से भी माफी मांगने की बात कही है. उन्होंने कहा है जो भी पुलिस और डॉक्टर से भी झड़प हुई है. उसको लेकर उन्हें अफसोस है और उन्होंने जो हमारी नीट काउंसलिंग की जो मांग है उसको लेकर भरोसा दिया है कि वह उसको जल्द पूरा करवाएंगे.
हमें अभी भी विश्वास नहीं है हमें कोई ठोस लिखित में सबूत नहीं दिया जा रहा है. इसको लेकर अभी हम अपने रेजिडेंट डॉक्टर से बात करेंगे और जो कुछ भी उनके साथ मीटिंग में तय होगा उसके बाद हम फैसला लेंगे. अभी हड़ताल जारी रहेगी.
बता दें कि पिछले 12 दिनों से अपनी मांगों को लेकर रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं. कल हुई पुलिस और डॉक्टरों के बीच झड़प के बाद डॉक्टरों का सीधा तौर पर पुलिस पर आरोप था कि उन्होंने हमारे ऊपर लाठीचार्ज किया. वहीं पुलिस की तरफ से भी यह बयान आया जिसमें एडीशनल कमिश्नर ने कहा है कि हमने कोई लाठी चार्ज नहीं किया गया है. जबकि डॉक्टरों को पुलिस की तरह से डिटेन किया गया था देर रात तक डॉक्टर थाने में भी गिरफ्तारी दी थी. इसको लेकर देर रात तक प्रदर्शन जारी था. वहीं सुबह से ही पुलिस जब तक माफी नहीं मांगती उसको लेकर सफदरजंग अस्पताल के पूरी तरह से सेवाएं ठप कर दी थी और अभी भी लगातार हड़ताल जारी है.