पुलिस की वर्दी में बीच सड़क पर दिनदहाड़े युवक की पिटाई, नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में बीच सड़क पर दिनदहाड़े एक युवक की पिटाई की गई. हमलावर पुलिस की वर्दी में थे. बीच रोड पर काफी देर तक हमलावर युवक को मारते रहे. पुलिस की वर्दी देख किसी भी आम आदमी ने बीच बचाव की कोशिश नहीं की. जिस कदर युवक को पीटा गया है, यह घटना शर्मनाक है. अगर यह सच में दिल्ली पुलिस के जवान है तो इस घटना के बाद उन्हें शर्म करनी चाहिए.
अगर पुलिस की वर्दी में कोई गुंडा हैं तो दिल्ली पुलिस को और सावधान होने की जरूरत है. जानकारी के अनुसार, पीड़ित एम्स ट्रामा सेंटर में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है. 29 दिसंबर को सचिन अपने घर छतरपुर से कार का काम कराने के लिए मंगलापुरी जा रहा था. इसी रास्ते पर उसकी गाड़ी की सेलेरियो कार में थोड़ी टक्कर हो गई. इसके बाद कार सवार गाड़ी से उतरकर सचिन को पीटने लगे. वहीं, कुछ बाइक से और हमलावर आकर सचिन को तब तक पीटते रहे जब तक वह अधमारा नहीं हो गया.
इस घटना के बाद सचिन के परिजनों को किसी ने कॉल किया उसके बाद परिजन मौके पर आए. दोपहर लगभग 1 बजे दिल्ली पुलिस को कॉल किया. सचिन की हालत बेहद गंभीर स्थिति में थी. लिहाजा बिना किसी देरी के पीसीआर की गाड़ी उसे एम्स ट्रामा सेंटर लेकर आई. जहां पर उसे रेड जोन में रखा गया है. पुलिस की जांच में वह किसी भी तरह का बयान देने की स्थिति नहीं है.
घायल सचिन अपने परिवार का इकलौता सहारा है, क्योंकि उसके बड़े भाई की मौत पहले ही हो गई है. बड़े भाई के दो बच्चे हैं और सचिन के भी दो बच्चे हैं. साथ ही मां भी रहती है. पूरा परिवार छतरपुर में रहता है. पीड़ित कार के सेल परचेज का काम कर अपने परिवार को पालता है. इस घटना के बाद जो हालात सचिन की हो गई है उसके बाद वह जिंदगी और मौत के बीच फंसा है.
बता दें कि दोपहर को हुई इस घटना के घंटो बाद शाम तक दिल्ली पुलिस के तरफ से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया. परिवार का आरोप है कि कहीं ऐसा तो नहीं हमलावर दिल्ली पुलिस के लोग हैं. पुलिस उसे बचाने की कोशिश कर रही है. बहरहाल, इस पूरे मामले पर दिल्ली पुलिस के आला अधिकारी जांच कर रहे हैं, क्योंकि हमलावर मौके से फरार हो गए थे.