नई दिल्ली: दिल्ली स्पेशल सेल IFSO की टीम ने फर्जी कॉल सेंटरों के माध्यम से प्रतिष्ठित कंपनियों की घटिया गुणवत्ता वाली आयुर्वेदिक दवाओं की बिक्री ममाले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से 42 मोबाइल फोन, लैपटॉप और घटिया क्वालिटी की दवाएं, हकीम सुलेमान ग्रुप का डाटा बरामद किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान विकास पाल, सोनी पाल, राहुल सिंह, समर, उग्रसेन सिंह, जितेंद्र कुमार, रोहित सिंह, सतीश सिंह, राजेश सिंह,आशुतोष कुमार के रूप में की गई है. सभी दिल्ली और यूपी के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं.
स्पेशल सेल पुलिस उपायुक्त प्रशांत गौतम ने बताया कि सचिन दहिया मैनेजर एडमिन, उनायुर मार्केटिंग प्रा. लिमिटेड ने आईएफएसओ के पास एक शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें आरोप लगाया गया कि नकली, गलत ब्रांड वाली और मिलावटी दवाएं उनके ग्राहकों को कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा बिक्री की जा रही हैं. जो खुद को यूएमपीएल के कर्मचारियों के रूप में पेश करते हैं. साथ ही विभिन्न मोबाइल से ग्राहकों/मरीजों को कॉल करते हैं और उन्हें रियायती दरों पर दवाइयां बेचने का लालच देते थे. यह भी आरोप लगाया गया कि जालसाजों ने उनायुर मार्केटिंग प्रा. लिमिटेड (यूएमपीएल) और लगभग 6372 ग्राहकों/मरीजों को उनके द्वारा वर्ष 2017 के बाद से 1.94 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई है. आईटी एक्ट के मामला देर्ज कर जांच शुरू की गई.
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जांच के दौरान, विभिन्न कूरियर कंपनियों से प्रासंगिक खाता विवरण और कॉल रिकॉर्ड एकत्र किए गए. टीम ने व्यापक क्षेत्र की जांच की और अंत में स्वरूप नगर (दिल्ली), इंदिरा नगर और जानकीपुरम (लखनऊ) में स्थित तीन कॉल सेंटरों का पता लगाने में सफल रही. टीम ने तीनों स्थानों पर एक साथ छापेमारी की और आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया. उनके कहने पर बड़ी मात्रा में घटिया गुणवत्ता वाली आयुर्वेदिक दवाएं बरामद की गईं. आरोपी राहुल सिंह इस नेटवर्क का मास्टरमाइंड है. वह इंदिरा नगर, लखनऊ में उग्रसेन, समर सिंह और जितेंद्र सिंह जैसे अन्य भागीदारों के साथ फर्जी कॉल सेंटर चला रहा था.