नई दिल्ली:दिल्ली माइनॉरिटी कमीशन में अब अदालतों की तरह ही कोर्टरूम में सुनवाई की जाएगी. पिछले काफी दिनों से कमीशन के कॉन्फ्रेंस रूम में यह सुनवाई की जा रही थी, जिसे देखकर माहौल नहीं बन रहा था.
इसी को ध्यान में रखकर इस खास किस्म के कोर्ट रूम को तैयार कराया गया है. कमीशन का मानना है कि इस तरह से सुनवाई के दौरान न सिर्फ अदालती माहौल बनेगा बल्कि सामने वाला पक्ष भी कमीशन की कार्रवाई को गंभीरता से लेगा.
माइनॉरिटी कमीशन का कोर्टरूम बनकर तैयार तैयार कराया गया कोर्टरूम
दिल्ली माइनॉरिटी कमीशन अब दिल्ली की दूसरी अदालतों की तरह ही कोर्ट रूम में सुनवाई करेगा. दरअसल दिल्ली माइनॉरिटी कमिशन को ज्यूडिशरी पावर हासिल है ऐसे में कमीशन की कार्यवाही भी पूरी तरह से कोर्ट की तरह चलती है. इसी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली माइनॉरिटी कमीशन में अब कोर्टरूम तैयार कराया गया है ताकि सुनवाई के दौरान पूरी तरह से माहौल अदालती बना रहे.
सुनवाई के दौरान माहौल रहेगा अदालती
दिल्ली माइनॉरिटी कमिशन अपने पास आने वाली शिकायतों की जांच के दौरान न सिर्फ दोनों पक्षों को बुलाकर उनकी दलील सुनता है बल्कि किसी भी पक्ष के दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ एक्शन की रूपरेखा भी तैयार करता है.
फिलहाल माइनॉरिटी कमिशन में बना यह कोर्ट रूम ना सिर्फ अदालतों की याद दिलाता है बल्कि इस कोर्ट रूम में सुनवाई के दौरान माहौल को पूरी तरह से अदालती बनाए रखा जाएगा ताकि सामने वाले पक्ष माइनॉरिटी कमीशन के फैसलों को पूरी गंभीरता से लें.
अब तक कांफ्रेंस रूम में होती थी सुनवाई
कमीशन के चेयरमैन डॉ.जफरुल इस्लाम खान ने बताया कि अब तक क्योंकि कमीशन के पास आने वाले मामलों की सुनवाई कांफ्रेंस रूम में ही होती थी. जिसके चलते यह प्रक्रिया बहुत सामान्य लगती थी और कई बार कमीशन की कार्रवाही को भी हल्के में लेने की गलती कर देते थे. इसी को देखते हुए कमीशन में इस कोर्ट रूम को बनाया गया है.
सुनवाई के दौरान मौजूद रहेंगे कमीशन के सदस्य
माइनॉरिटी कमीशन के चेयरमैन डॉ खान ने बताया कि कोर्ट रूम में सुनवाई के दौरान कमीशन के सदस्य मौजूद रहेंगे, केस के मुताबिक जरूरत होगी वहां पर वह खुद भी कोर्ट रूम में मौजूद रहकर अपनी देखरेख में सुनवाई की प्रक्रिया पूरी कराएंगे. माना जा रहा है कि कमीशन के इस फैसले से ना सिर्फ कमीशन की साख मजबूत होगी बल्कि कमीशन के पास आने वाले पक्षों को भी इसकी गंभीरता का पता लगेगा.