नई दिल्ली:देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स में बहरेपन की बीमारी को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. जिसमें डॉक्टर्स ने बताया कि कान की बीमारी चाहे कोई भी हो, बहरेपन को दावत देती है. उन्होंने बताया कि अगर सही से इलाज नहीं किया जाे, तो आदमी बहरा हो सकता है.
एम्स में बहरेपन की बीमारी को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस बता दें कि एम्स के डॉक्टर्स के मुताबिक बहरापन एक बीमारी है. उम्र बढ़ने के साथ आदमी बहरेपन का शिकार होने लगता है. कई बार बच्चा जन्म के समय से ही बहरा होता है और इलाज से ठीक किया जा सकता है. डॉक्टर्स का मानना है कि बहरापन कई कारणों से हो सकता है, अगर आपको कोई कान की बीमारी है तो आप भी बहरेपन के शिकार हो सकते हैं.
कान बहने की वजह से बहरापन
अधिकतर देखा जाता था कि पहले बहरापन कान बहने की वजह से हो जाता था. इसके साथ ही डॉक्टर्स ने बताया कि बहरापन उम्र बढ़ने के साथ भी हो रहा है. डॉक्टर्स का मानना है कि आजकल हमारे समाज में शोरगुल बहुत है, शोर के साथ धीरे-धीरे कान बिगड़ने लगते हैं और एक समय आने पर आदमी बहरा हो जाता है. कान को बहरेपन से बचाने के लिए आप एयर प्लग्स या ईयर मास्क लगा लगा सकते हैं.
इन तरीकों से होता है इलाज
बहरेपन का इलाज ऑपरेशन के जरिए भी होता है. साथ ही कई अन्य विधियां हैं, जिनके जरिए बहरेपन को दूर किया जा सकता है. वृद्धावस्था में जो बहरेपन की शिकायत होती है, उसे ऑपरेशन के जरिए ठीक नहीं किया जा सकता. उसके लिए मरीजों को हियरिंग एड लगाना पड़ता है और अगर हियरिंग एड से समस्या दूर नहीं होती तो आगे और भी कई तरह के इलाज हैं.