नई दिल्ली:देश की राजधानी दिल्ली में डीडीए का बुलडोजर थमने का नाम नहीं ले रहा है. राजधानी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में डीडीए की अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला जारी है. जहां कुछ दिनों पहले ही दिल्ली के महरौली में डीडीए के बुलडोजर ने लोगों के आशियाने को उजाड़ दिया था, तो वहीं अब दूसरी तरफ दिल्ली के आईएनए स्थित विकास सदन के पास पिछले कई सालों से रह रहे लोगों की झुग्गियों को डीडीए ने तहस-नहस कर दिया. जिसका स्थानीय लोगों ने काफी विरोध भी किया लेकिन डीडीए के अधिकारियों ने उनकी एक न सुनी.
वहीं, डीडीए की कार्रवाई का विरोध कर रही महिलाओं ने बताया कि बिना नोटिस दिए ही डीडीए के अधिकारी अचानक से जेसीबी मशीन लेकर आए. पुलिस फोर्स, पैरामिलिट्री फोर्स भी काफी संख्या में आई और हमारे घरों को तोड़ा जा रहा है. ना हमारे पास कोई नोटिस है ना हमें सूचित किया गया. ऐसे में हमारे बच्चों के एग्जाम चल रहे हैं और हम कहां जाएं. पिछले कई सालों से हम यहां पर रह रहे हैं. आज तक हमें इस तरह से किसी ने नहीं हटाया, लेकिन अचानक से आज डीडीए के अधिकारी हमें यहां से हटाने के लिए आए हैं.
ईटीवी भारत के बात करते हुए झुग्गी में रहने वाली चंपा देवी ने बताया कि उनके माता-पिता भी यहीं रहते थे. वह करीब 50- 60 सालों से यहीं रह रहे हैं. यहां पर 20 से 25 झुग्गियां बनी हुई है और अचानक से डीडीए के अधिकारी और पुलिस वाले आए और हमारी झुग्गियों के ऊपर बुलडोजर चलाना शुरू कर दिया. हमने उनसे इसका कारण भी पूछा, लेकिन किसी ने कोई जवाब नहीं दिया ना ही हमें नोटिस दिया गया. आज अचानक से इस तरह से हमारे घरों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है. अब हम कहां जाएं हमारा यही आशियाना था. हमारे पास और कोई जगह नहीं है. एक तरफ सरकार जहां झुग्गी वहीं मकान की बात करती है तो दूसरी तरफ यहां पर हमारे घरों को तोड़ा जा रहा है.