नई दिल्ली: डीडीए की आवासीय योजना में वसंत कुंज के फ्लैट लोगों को काफी पसंद आ हैं. इसकी लोकेशन से लेकर निर्माण कार्य लोगों को काफी भा रहा है. रोजाना सैकड़ों लोग यहां पर सैंपल फ्लैट देखने ले लिए पहुंच रहे हैं.
DDA ने वसंत कुंज में बनाए करोड़ों के फ्लैट्स इन फ्लैट्स की ऊंची कीमत लोगों को निराश भी कर रही है. यहां बनाए गए एचआईजी फ्लैट की कीमत 1.40 करोड़ से लेकर 1.75 करोड़ रुपये तक है. वहीं नरेला के फ्लैट्स में लोगों की दिलचस्पी कम दिख रही है.
वसंत कुंज में दो हजार फ्लैट
डीडीए की इस आवासीय योजना में लगभग दो हजार फ्लैट वसंत कुंज में निकाले गए हैं. इनमें एलआईजी से लेकर एचआईजी फ्लैट तक शामिल हैं. फ्लैट पूरी तरह से बनकर तैयार हैं, लेकिन अभी भी इस जगह पर काम चल रहा है जिसे पूरा होने में लगभग छह माह का समय लग सकता है.
सैंपल फ्लैट देखने पहुंच रहे लोग
यहां रोजाना बड़ी संख्या में लोग सैंपल फ्लैट देखने के लिए पहुंच रहे हैं. यहां पर दो तरह के एचआईजी फ्लैट बनाए गए हैं. एक एचआईजी दो कमरे वाला जबकि दूसरा तीन कमरे वाला है.
ऊंची कीमत से लोगों में निराशा
वसंत कुंज में बनाए गए डीडीए के नए फ्लैट्स बेहद ही प्राइम लोकेशन पर हैं. नामी स्कूल, एयरपोर्ट, गुरुग्राम, अस्पताल आदि बेहद पास में हैं, लेकिन इन फायदों की कीमत भी डीडीए पूरी तरह से वसूल रहा है.
करोड़ों की कीमत के फ्लैट्स
डीडीए ने यहां पर एलआईजी फ्लैट की कीमत 48 से 52 लाख तक रखी है. एमआईजी की कीमत 80 लाख से लेकर 1.25 करोड़ तक, जबकि एचआईजी की कीमत 1.40 से लेकर 1.75 करोड़ रुपये तक रखी गई है. इस कीमत पर फ्लैट खरीदना आम लोगों के बस की बात नहीं है.
किसी ने बताया काम संतोषजनक तो किसी ने बताया सिंपल
फ्लैट देखने के लिए पहुंचे सुखबीर ने बताया फ्लैट्स के कमरे छोटे हैं. हॉल को बड़ा कर दिया गया है. अगर कमरे थोड़े बड़े रखे जाते तो ज्यादा बेहतर होता. वही यह फ्लैट बेहद सिंपल बनाए गए हैं. इन्हें खरीदने के बाद बेहतर बनाने के लिए 5 से 6 लाख रुपये खर्च करने पड़ेंगे, जबकि पहले से ही इन फ्लैट्स की कीमत ज्यादा है.
दो तरह के एचआईजी फ्लैट
डॉक्टर बी दास ने बताया की दो तरह के एचआईजी फ्लैट बनाए गए हैं. 3 बेडरूम वाला बेहतर है वहीं दो बेडरूम वाले फ्लैट में ड्राइंग रूम ठीक नहीं बनाया गया है. उन्होंने कहा इससे सस्ती कीमत में तीन कमरे के फ्लैट्स दूसरी जगह पर मिल सकते हैं.
नए फ्लैट्स की क्वालिटी में सुधार
जसपाल सिंह ने बताया कि डीडीए ने बेहद ही सिंपल फ्लैट बनाया है. इसके अंदर किसी प्रकार का काम नहीं किया गया है. जबकि डेढ़ करोड़ रुपये में मिलने वाला प्राइवेट बिल्डर का एचआईजी फ्लैट, एसी, गीजर और फैन सीलिंग सहित आलीशान बनाकर दिया जाता है. प्रदीप शर्मा ने बताया कि बनाए गए नए फ्लैट की क्वालिटी में पहले से सुधार है. साइज पहले से बेहतर किया गया है, लेकिन इसकी कीमत बहुत ज्यादा है.