नई दिल्ली: दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम में जामा मस्जिद इलाके में हत्या के मामले में वांछित चल रहे एक अपराधी को गिरफ्तार किया है. आरोपी हाशिम बाबा गिरोह का शार्प शूटर बताया जा रहा है, जिसपर पहले से ही 2 आपराधिक मामले दर्ज हैं. गिरफ्तार आरोपी की पहचान इंदिरा विहार निवासी शहजाद उर्फ समीर (43) के तौर पर हुई है.
दिल्ली क्राइम ब्रांच विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि 23 अप्रैल को कबूतर मार्केट, जामा मस्जिद के इलाके में शहजाद उर्फ आसिफ उर्फ समीर का फुरकान उर्फ भूरा से ई-रिक्शा किराए पर लेने को लेकर झगड़ा हो गया था. जब 28 अप्रैल को हाशिम बाबा जेल से पेशी पर दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में आया तो, शहजाद उर्फ समीर अपने साथियों के साथ उससे मिला. इसके बाद हाशिम बाबा के निर्देश पर वह अपने तीन साथियों के साथ कबूतर बाजार, जामा मस्जिद गया और फुरकान के भाई इमरान उर्फ नन्हें को गोली मारकर फरार हो गया था.
इस संबंध में जामा मस्जिद थाने में एक मामला दर्ज किया गया था. अपराध की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए ज्वाइंट सीपी एसडी मिश्रा ने डीसीपी क्राइम ब्रांच अंकित सिंह, एसीपी सुशील कुमार की देखरेख में एक टीम का गठन किया गया. इसमें इंस्पेक्टर राजीव बमल, एसआई नरेश कुमार, एएसआई रोहित सोलंकी, हेड कॉन्स्टेबल गुरुवेंद्र, यूनुस परवेज, तेज प्रताप और सोमेश को शामिल किया गया.
टीम ने जांच करते हुए हाशिम बाबा गिरोह के सभी उपलब्ध मोबाइल नंबरों का विश्लेषण करना शुरू कर दिया और मुखबिरों को भी सक्रिय कर दिया. इसी बीच टीम को सूचना मिली थी कि थाना जामा मस्जिद हत्याकांड में वांछित शहजाद दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन आने वाला है. इसपर पुलिस ने ट्रैप बिछाकर आरोपी को कैंट से गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में उसने बताया कि वह हाशिम बाबा गिरोह के लिए काम करता है और आमतौर पर जामा मस्जिद इलाके में पक्षियों की खरीद-बिक्री के लिए जाता है.
यह भी पढ़ें-नोएडा: चोरी का माल खरीदने वाले कबाड़ी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
23 अप्रैल को जब वह अपने बेटे के साथ कबूतर बाजार, जामा मस्जिद में मौजूद था, तो फुरकान उर्फ भूरा नामक व्यक्ति ने ई-रिक्शा किराए पर लेने के मुद्दे पर उसके बेटे को पीटा था. इससे शहजाद का काफी अपमान हुआ, जिसका उसने बदला लेने का निर्णय लिया. इसके बाद जब हाशिम बाबा मुकदमे में शामिल होने के लिए जेल से पटियाला हाउस कोर्ट आया तो उन्होंने अपने साथियों के साथ उससे मुलाकात की और निर्देश प्राप्त कर वह अपने साथियों शानू, बुरहान और माया के साथ कबूतर मार्केट, जामा मस्जिद आया. हालांकि उस वक्त फुरकान उर्फ भूरा वहां मौजूद नहीं था, इसलिए वे उसके छोटे भाई इमरान पर गोली चलाकर फरार हो गए.
यह भी पढ़ें-गाजियाबाद: पैसे के लेन-देन में मजदूरों ने ठेकेदार को चाकू से गोदा, जानिए पूरा मामला