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क्राइम ब्रांच ने दो ऑटो लिफ्टरों को किया गिरफ्तार, 6 वाहन बरामद - vehicle theft in delhi ncr

क्राइम ब्रांच दो कुख्यात ऑटो लिफ्टरों को गिरफ्तार कर एक बाद खुलासा किया है. इसके साथ ही क्राइम ब्रांच की टीम ने वाहन चोरी के कई मामलों को सुलझा लिया है और 6 वाहनों को बरामद किया है. साथ ही इनके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है.

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Published : Apr 15, 2023, 5:46 PM IST

नई दिल्ली: क्राइम ब्रांच ने दिल्ली एनसीआर में वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले दो कुख्यात ऑटो लिफ्टर को गिरफ्तार कर एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है. आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ क्राइम ब्रांच की टीम में ऑटो चोरी के मामलों को भी सुलझा लिया है. इनके कब्जे से 6 वाहनों की बरामदगी की गई है. इतना ही नहीं, इन दोनों आरोपियों के ऊपर पहले से ही 50 से अधिक अपराधिक मामले दर्ज बताए जा रहे हैं. यह आरोपी दिल्ली एनसीआर से वाहनों की चोरी करते थे और अलग-अलग जगहों पर उन्हें बेच दिया करते थे. गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान मुकेश उर्फ विक्की और लक्ष्मीनारायण के रूप में की गई है. क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी करते हुए गिरफ्तार किया है.

क्राइम ब्रांच विशेष पुलिस एक्ट रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम विशेष रूप से ऑटो लिफ्टर पर नजर बनाए हुए थे. इसी बीच क्राइम ब्रांच की टीम के हेड कांस्टेबल कपिल यादव को दो ऑटो लिफ्टर मुकेश और लक्ष्मी नारायण के बारे में गुप्त सूचना मिली, जो चोरी की ब्रेजा कार देने के लिए द्वारका देश अपार्टमेंट सेक्टर 26 रोड के पास आएंगे.

मिली जानकारी के अनुसार, टीम ने द्वारकादेश अपार्टमेंट सेक्टर 26 रोहिणी के पास एक जाल बिछाया और दो व्यक्तियों को पकड़ लिया. इनके पास से एक चोरी की ब्रेजा कार को बरामद किया गया, जिसके बाद इनसे आगे की पूछताछ की गई और इनकी निशानदेही पर एक टाटा एस कार, एक मारुति ईको कार, और दो पहिया वाहन भी बरामद किए गए. पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि साल 2016 में वह दोनों जेल में बंद थे जहां से वह एक अच्छे दोस्त बन गए. जेल से छूटने के बाद यह वाहन चोरी व अन्य अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने लगे.

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आरोपी मुकेश वाहन चोरी करने में माहिर था और आरोपी लक्ष्मीनारायण उसकी सहायता करता था. चोरी के वाहनों को यह लोग मुरादाबाद निवासी मोनू तक यह पहुंचाते थे और नरेला निवासी मंजीत इन वाहनों को प्राप्त करता था. चोरी के वाहन के इन्हें 30,000 प्रति वाहन इनको मिलते थे. मोनू और मनजीत ने चोरी की गाड़ियों को आगे पड़ोसी राज्यों में बेच दिया था. आरोपी मुकेश ने खुलासा किया कि वह केवल उन्हीं वाहनों की चोरी करता था, जिनमें बिना कोड वाले ताले लगे होते थे. उसने मुरादाबाद निवासी मोनू की मदद से महंगे वाहनों की चोरी करना भी सीख लिया. फिलहाल इस संबंध में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे आगे की पूछताछ की जा रही है. इस मामले में शामिल अन्य अपराधियों की भी तलाश की जा रही है.

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