नई दिल्ली: दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने लोगों से 20 करोड़ की ठगी के मामले में पिछले 5 सालों से फरार वांछित घोषित अपराधी को रोहिणी सेक्टर 22 से गिरफ्तार किया है. उस पर 50 हजार रुपये का घोषित था. आरोपी की गिरफ्तारी के साथ एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है. गिरफ्तार आरोपी की पहचान अनिल कुमार बंसल (61) के तौर पर की गई है. आरोपी मूल रूप से दिल्ली के शाहदरा का रहने वाला है.
दिल्ली क्राइम ब्रांच विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2018 में शिकायतकर्ता अरुण कुमार खत्री ने आरोप लगाया कि एसबीएम एक्सपोर्ट लिमिटेड, कनॉट प्लेस, दिल्ली के मालिक अनिल कुमार बंसल ने साजिश रची और भुगतान किए बिना फर्जी फर्म के दस्तावेजों पर बेईमानी से इलेक्ट्रॉनिक्स सामान खरीदा. इसके अलावा, यह भी पता चला कि ऐसे कई पीड़ित हैं जिन्हें आरोपी द्वारा इसी तरह से धोखा दिया गया था. आरोपी ने 25 से अधिक पीड़ितों से 13 करोड़ 72 लाख रुपये की धोखाधड़ी की थी. इस संबंध में एक मामला ईओडब्ल्यू में दर्ज किया गया. रोहिणी में छापेमारी कर आरोपी को पकड़ लिया गया.
पुलिस इंस्पेक्टर की कार से लैपटॉप व बैग चुराने वाले को दबोचा
दक्षिण दिल्ली के साकेत कोर्ट परिसर के पार्किंग में खड़ी दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर की कार से उनका लैपटॉप बैग चुराने वाले बदमाश को स्पेशल स्टाफ की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. लैपटॉप बैग में इंस्पेक्टर की ग्लॉक सर्विस पिस्टल और वॉकी-टॉकी भी रखा हुआ था. पुलिस ने आरोपी को संगम विहार इलाके से गिरफ्तार किया है. उसके पास से पुलिस ने पिस्टल व वॉकी टॉकी सेट के साथ ही एक देशी पिस्टल और 11 जिंदा कारतूस भी बरामद किया है. गिरफ्तार बदमाश की पहचान संगम विहार निवासी सागर उर्फ सचिन (22) के तौर पर हुई है.
डीसीपी चंदन चौधरी ने बताया कि 3 जुलाई की सुबह दिल्ली पुलिस के एक इंस्पेक्टर साकेत कोर्ट में एक मैटर सुनवाई में शामिल होने पहुंचे थे. कोर्ट में हथियार ले जाने को लेकर प्रतिबंध के नियम को अपनाते हुए उन्होंने अपनी कार कोर्ट की पार्किंग में खड़ी करने के बाद अपनी सर्विस पिस्टल वॉकी टॉकी सेट लैपटॉप बैग में डालकर छोड़ दिया. जब वे वापस लौटे तो उनकी कार का शीशा टूटा हुआ था और अंदर रखा बैग गायब थी. उन्होंने इसकी सूचना पीसीआर को दी. साकेत पुलिस की टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे करीब 600 सीसीटीवी फुटेज खंगाले. इसमें कई में आरोपी बैग के साथ नजर आया. इसके बाद उसकी पहचान कर पुलिस टीम ने संगम विहार से उसे दबोच लिया. आरोपी पहले से हत्या के प्रयास चोरी के मामलों में शामिल रहा है.
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