नई दिल्ली:नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) नई दिल्ली को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए हर सिस्टम को स्मार्ट बना रही है. क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए और अपने किसी काम के लिए उन्हें दफ्तरों का चक्कर लगाने, बढ़ते अपराध को नियंत्रित करने, गंदगी को स्मार्ट तरीके से ऑटोमेटेड सिस्टम से निपटाने और प्रदूषण की समस्या से पीड़ित दिल्ली वालों को राहत देने के लिए सब कुछ ऑटोमेटेड कर दिया गया है. NDMC ने इस तरह की नागरिक सुविधाओं को ऑटोमेटेड इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम से जोड़ दिया है.
NDMC के एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम के सुपरिन्टेन्डेन्ट इंजीनियर गौरीनाथ अग्रवाल बताते हैं कि NDMC का यह केंद्र नए डिजिटल युग में नागरिक सेवाओं की पहुंच और डिलीवरी की निगरानी और ट्रैकिंग में सुधार करने के लिए नई टेक्नोलॉजी का एक स्मार्ट पैकेज है. इसकी शुरुआत आम लोगों के हित में निरंतर उपयोगी उचित प्रदर्शन के लिए इन उच्च तकनीकी परिसंपत्तियों का रखरखाव नागरिक निकाय द्वारा स्मार्ट तरीके से सुनिश्चित किए जाने के उद्देश्य से की गई है.
यह स्मार्ट कदम अब स्मार्ट तरीके से नागरिक सेवाओं की डिलीवरी की निरंतर निगरानी और ट्रैकिंग के लिए एक बेहद उपयोगी उपकरण के रूप में काम करेगा.
NDMC की इस महत्वाकांक्षी परियोजना का प्राथमिक उद्देश्य नागरिक सेवाओं की दक्षता में वृद्धि, सुरक्षा और संरक्षा को बढ़ाना और निवासियों के लिए जीवन की बेहतर गुणवत्ता को बढ़ावा देकर इनके प्रशासन में उपयुक्त सुधार करना है.
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दिल्ली के सभी नागरिक निकायों में ऐसा कमांड और कंट्रोल केंद्र, स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 65 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है. प्रथम चरण में NDMC की 20 तरह की सेवाओं जैसे- ठोस कूड़ा प्रबंधन, स्ट्रीट लाइटिंग, पार्किंग, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स, इलेक्ट्रिक और वॉटर बिलिंग आदि को इस प्लेटफॉर्म पर एकीकृत किया गया है.