नई दिल्ली:बदलते मौसम के साथ फंगल इंफेक्शन (fungal infection) की आशंकाएं भी बढ़ गई हैं. वातावरण में नमी मौजूद होने की वजह से फंगल इंफेक्शन (fungal infection) को बढ़ने के लिए अनुकूल माहौल मिल रहा है. दिल्ली सरकार पहले ही ब्लैक फंगस इंफेक्शन के बढ़ते मामले को देखते हुए इसे महामारी घोषित कर चुकी है.
कोरोना के मामले में जिस तरह से दिल्ली में कमी आई है क्या ब्लैक फंगल इंफेक्शन के मामले में भी कमी आएगी ? इसको लेकर विशेषज्ञ चिंतित हैं, क्योंकि कोरोना के मामले में भले ही ठहराव आ गया हो, लेकिन पोस्ट कोविड कॉम्प्लिकेशन (Post Covid Complication) के तौर पर फंगल इंफेक्शन एक बड़ा खतरा के रूप में अभी भी मौजूद है.
ऊपर से वातावरण में नमी और उमस भरा माहौल फंगल इंफेक्शन (fungal infection) को बढ़ाने के लिए अनुकूल माहौल दे रहा है.
ये भी पढ़ें-Free vaccination: राघव चड्ढा ने किया सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद
वातावरण में नमी बढ़ा सकता है फंगल इंफेक्शन
दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (Delhi Medical Association) के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अनिल बंसल (Dr. Anil Bansal) बताते हैं कि फंगल इन्फेक्शन (fungal infection) आमतौर पर साफ सफाई नहीं होने और गंदे माहौल में बढ़ते हैं. बारिश के दिनों में उमस बढ़ जाती है. पसीना निकलता है और पसीना सूख नहीं पाता है. इसी वजह से फंगल इंफेक्शन को बढ़ने में काफी मदद मिलती है.
दूसरी बात यह है कि कोरना के मरीजों के इलाज में बड़ी मात्रा में स्टेरॉयड का इस्तेमाल किया गया है. स्टेरॉयड एक बहुत अच्छी दवा है, लेकिन अगर इसका किसी विशेषज्ञ की निगरानी के बगैर इस्तेमाल किया गया हो तो यह शरीर को लाभ देने के बजाय नुकसान पहुंचा सकता है.