नई दिल्ली:दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास के सामने पिछले 3 दिनों से गेस्ट टीचर धरना दे रहे हैं. उनकी मांग है कि उन्हें परमानेंट किया जाए. हमने इस बारे में जब दिल्ली सरकार की पूर्व शिक्षा सलाहकार और पूर्वी दिल्ली से लोकसभा की उम्मीदवार आतिशी से बात की, तो उन्होंने इस आंदोलन को बीजेपी से प्रेरित करार दिया.
दिल्ली में 3 दिनों से धरने पर गेस्ट टीचर्स, आतिशी ने बताया BJP का हाथ
दिल्ली में शिक्षकों को स्थायी किए जाने का मुद्दा काफी समय से सियासी रूप लेता रहा है. गेस्ट टीचर्स को हर बार रिन्यू कर दिया जाता है, उन्हें एक्सटेंशन मिल जाता है और उन्हें वे इसी तरह काम करते रहते हैं.
लेकिन इस बार इन टीचर्स की मांग है कि इन्हें 58 साल की पूरी पॉलिसी चाहिए. अपनी इस मांग को लेकर वे पिछले 3 दिनों से शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के घर के बाहर बैठे हुए हैं.
मनीष सिसोदिया से हो चुकी है मुलाकात
अपनी इस मांग को लेकर इन शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार रात मनीष सिसोदिया के आवास पर उनसे मुलाकात की थी. मनीष सिसोदिया ने कहा कि चूंकि अब यह मामला एलजी के पास है, इसलिए शिक्षकों को एलजी से इसकी मांग करनी चाहिए. अब शिक्षकों का कहना है कि वे एलजी के घर के बाहर धरना देने के लिए तैयार हैं, लेकिन मनीष सिसोदिया उनके साथ चलें.
इस पूरे प्रकरण पर ईटीवी भारत ने दिल्ली सरकार के पूर्व शिक्षा सलाहकार आतिशी से बातचीत की. आतिशी का कहना है कि हम चाहते हैं कि शिक्षक परमानेंट हों, लेकिन अब यह मामला एलजी साहब के अधीन है. उन्होंने यह भी कहा कि इन गेस्ट टीचर्स में से सौ-डेढ़ सौ उस समय विधानसभा में मौजूद थे, जब दिल्ली सरकार ने बिल पास किया था.
प्रोटेस्ट में बीजेपी का बैक हैंड
इस बातचीत में आतिशी ने यह भी आरोप लगाया कि इन शिक्षकों को बीजेपी का बैक हैंड प्राप्त है. उन्होंने कहा कि जब उनकी सिसोदिया जी के साथ मुलाकात हो गई, सिसोदिया जी ने उन्हें सबकुछ समझा दिया, फिर भी वे उनके घर के सामने बैठे हुए हैं और नारेबाजी कर रहे हैं.
हालांकि ये सभी शिक्षक आतिशी के इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हैं. उनका कहना है कि हम एक आम शिक्षक हैं और हम चाहते हैं कि हमारी नौकरी बची रहे और चूंकि आम आदमी पार्टी सरकार ने हमें परमानेंट करने का वादा किया था, तो फिर हम इसी सरकार से न मांग करेंगे.