नई दिल्ली:कोरोना संक्रमण की वजह से एम्स के नेत्रदान और कॉर्निया प्रत्यारोपण कार्यक्रम लगभग तीन महीने के लिए पूरी तरह से ठप हो गया. एम्स के राष्ट्रीय नेत्र बैंक (NEB) के प्रमुख और वरिष्ठ प्रो. डॉ. जीवन एस टिटियाल ने कहा कि कोरोना की वजह से पिछले तीन महीने में एक भी कॉर्निया प्रत्यारोपण नहीं हो सका है. उन्होंने कहा कि हमने पिछले तीन महीने में 400 ट्रांसप्लांट कम किए. पिछले साल इस दौरान हमने 400 कॉर्निया और ऊतक प्रत्यारोपण किये थे.
एम्स में मंगलवार को 35वें आई डोनेशन फॉर्टनाइट का आयोजन किया गया. इस मौके पर एम्स के आरपी सेंटर के प्रमुख डॉक्टर जेएस टिटियाल ने कहा कि साल दर साल एम्स में न केवल कॉर्निया डोनेशन में इजाफा हो रहा है, बल्कि कॉर्निया ट्रांसप्लांट की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है. हमारी कोशिश है कि हम ज्यादा से ज्यादा लोगों के आंखों की रोशनी दें सकें. इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसमें हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि नेत्रदान बेहद जरूरी है. एक व्यक्ति नेत्रदान के जरिए चार लोगों की आंखों की रौशनी लौटा सकता है.
तीन साल पीछे चले गए
डॉक्टर जीवन एस टिटियाल ने कहा कि हमने साल 2022 तक तीन हजार प्रत्यारोपण का लक्ष्य रखा था. अब लगता है कि इसे पूरा होने में लगभग पांच साल का समय लगेगा. कोरोना ने हमें तीन साल पीछे कर दिया है. डॉक्टर टिटियाल ने बताया कि अगस्त से कॉर्निया प्रत्यारोपण फिर से शुरू हो गया है. हालांकि, कोरोना की वजह से बेहद कम सर्जरी हो रही हैं. हमने अगस्त में अभी तक सिर्फ 6 सर्जरी की हैं. जबकि पहले हर महीने 120 कॉर्निया प्रत्यारोपण करते थे.