नई दिल्ली: सुशांत सिंह राजपूत के कथित आत्महत्या मामले में एम्स के फॉरेंसिक टीम ने सीबीआई को हत्या के एंगल से जांच को शुरू करने की सलाह दी है. इस मामले में मुंबई पुलिस की दिशाहीन जांच और सुशांत के बॉडी से संबंधित पोस्टमार्टम रिपोर्ट और विसरा के सैंपल में गड़बड़ियों को देखते हुए एम्स फॉरेंसिक टीम को यह मामला आत्महत्या का नहीं लग रहा है. इसीलिए सीबीआई को इस मामले को सुशांत सिंह राजपूत की हत्या के एंगल से जांच करने का मशवरा दिया है.
इस संबंध में सुशांत सिंह मामले से संबंधित सारी रिपोर्ट और सुबूत को लेकर एम्स की फॉरेंसिक टीम गुरुवार को पहली मीटिंग करने वाली है. इस मीटिंग में इस केस से संबंधित सारे पहलुओं पर गहराई से विचार किया जाएगा और उसके बाद विसरा जांच की तैयारी की रूपरेखा तैयार की जाएगी.
आपको बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत के कथित आत्महत्या मामले में दुनिया भर से सीबीआई जांच की मांग उठी थी, क्योंकि शुरू से ही इस मामले को संदिग्ध माना जा रहा था. सुशांत सिंह के फैन और दूसरे लोगों को भी शुरू से ही लग रहा है कि सुशांत आत्महत्या नहीं कर सकते हैं. उन्होंने आत्महत्या नहीं की है फिलहाल इस मामले की जांच सीबीआई की टीम मुंबई में कर रही है.
एम्स फॉरेंसिक टीम पर सीबीआई को भरोसा
सीबीआई की टीम ने भी एम्स फॉरेंसिक टीम पर अपना भरोसा जताया है. इसीलिए इस केस की जांच की जिम्मेदारी मिलने के तुरंत बाद ही सीबीआई ने एम्स के डायरेक्टर को लेटर लिखकर फॉरेंसिक डिपार्टमेंट की सेवा लेने का आग्रह किया था. जिसे स्वीकार करते हुए एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने तत्काल पांच सदस्यों की फॉरेंसिक विभाग की एक टीम बनाई जिसका नेतृत्व डिपार्टमेंट हेड डॉक्टर सुधीर गुप्ता कर रहे हैं.
रिपोर्ट एम्स फॉरेंसिक टीम को सौंपेगी सीबीआई
सीबीआई सुशांत सिंह राजपूत केस से संबंधित सभी रिपोर्ट फोरेंसिक टीम के हेड डॉक्टर सुधीर गुप्ता को सौंपेगी. फिलहाल सीबीआई अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए सुशांत सिंह राजपूत से संबंधित सारी रिपोर्ट इकट्ठा कर रही है और जल्दी ही वह सारी रिपोर्ट इन फॉरेंसिक डिपार्टमेंट को दोबारा जांच के लिए दे दी जाएगी. डॉ. गुप्ता के मुताबिक जिस समय पोस्टमार्टम की गई थी उस समय रिपोर्ट में जो चीजें लिखी गई है उसकी तुलना वह बिसरा रिपोर्ट की जांच से प्राप्त जानकारी से करेंगे. इससे यह पता चल पाएगा कि सुशांत सिंह ने आत्महत्या की थी या उनकी हत्या हुई थी.