नई दिल्ली :नवरात्रि के पहले दिन संगम विहार रतिया मार्ग गली नंबर 15 बीच सड़क पर कूड़े के अंबार वाली खबर प्रमुखता से ईटीवी भारत पर पब्लिक किया गया, जिसे निगम पार्षद जितेंद्र कुमार जीतू ने संज्ञान में लिया और तत्काल यहां से कूड़ा हटवा दिया. हालांकि यह इलाका उनके कार्यक्षेत्र में नहीं आता है, इसके बावजूद उन्होंने आगे बढ़कर गंदगी से पटी सड़क की सफाई करवाई.
ईटीवी भारत की खबर का असर, अपना इलाका न होने के बावजूद आप पार्षद ने उठवाया कचरा - Ratia Marg ETV bharat
नवरात्रि के पहले दिन संगम विहार रतिया मार्ग गली नंबर 15 बीच सड़क पर कूड़े के अंबार वाली खबर प्रमुखता से ईटीवी भारत पर प्रकाशित की गई, जिसे निगम पार्षद जितेंद्र कुमार जीतू ने संज्ञान लिया और तत्काल यहां से कूड़ा हटवा दिया.
![ईटीवी भारत की खबर का असर, अपना इलाका न होने के बावजूद आप पार्षद ने उठवाया कचरा AAP councilor picked up the garbage](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-13316041-thumbnail-3x2-chhath.jpg)
स्थानीय लोगों के मुताबिक, जहां कूड़ा जमा किया जाता है, वह क्षेत्र भाजपा पार्षद दीपक जैन के कार्य क्षेत्र में आता है, लेकिन वह कभी भी अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर गंभीर नहीं दिखते हैं. आप 2 दिन पहले उस खबर को देखिए जिसे ईटीवी भारत में प्रमुखता से पब्लिश किया था.
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जितेंद्र कुमार जीतू ने संदेश के साथ में फोटो भेजकर बताया कि जिस जगह गंदगी का अंबार था, वह इलाका उनके कार्यक्षेत्र में नहीं आता है. इसके बावजूद उन्होंने हमारी खबर को संज्ञान में लेते हुए गंदगी के अंबार को साफ करवा दिया है, लेकिन दिक्कत यह है कि यह किसी एक दिन की समस्या नहीं है. इस जगह पर कूड़ा फेंकना हर रोज की समस्या है. रात के अंधेरे में लोग यहां आकर कचरा जमा कर जाते हैं. सुबह तक यहां कचरे का अंबार जमा हो जाता है.
जिस निगम पार्षद के कार्य क्षेत्र के अंदर यह काम आता है, वह इस काम के प्रति गंभीर नहीं दिखते हैं. दूसरा निगम पार्षद आखिर कब तक दूसरे निगम पार्षद के काम को करता रहेगा ? स्थानीय लोग भी यही कहते हैं कि इस समस्या का स्थाई समाधान होना चाहिए और समस्या का स्थाई समाधान निगम पार्षद दीपक जैन ही कर सकते हैं, क्योंकि यह क्षेत्र उन्हीं के कार्य क्षेत्र में आता है.
जहां कूड़ा जमा होता है, उसके ठीक बगल में किराना की दुकान चलाने वाले विकास ने बताया कि जैसे ही वह दुकान खोलते हैं. सामने कूड़े का अंबार दिखता है. जहां से बहुत ही गंदी बदबू आती रहती है. ऐसे हालात में उनकी दुकानदारी समाप्त हो गई है. इसका कोई स्थाई समाधान किया जाना चाहिए. लोगों को यहां से कूड़ा जमा करने से मना किया जाना चाहिए, लेकिन सवाल यह है कि यह होगा कैसे ?
एमसीडी के अलावा दिल्ली पुलिस ने भी वहां चेतावनी लिख दिया है कि कोई भी व्यक्ति यहां कूड़ा नहीं डालेगा. कूड़ा डालते हुए पकड़े जाने पर हजार रुपये का जुर्माना किया जाएगा, लेकिन लोग रात के अंधेरे में कूड़ा डाल जाते हैं. उस समय न तो वहां कोई पुलिस वाला होता है और न ही एमसीडी का कोई कर्मचारी. कूड़ा डालने वाले को कौन पकड़ेगा और उन्हें सबक सिखाने के लिये उन पर कौन जुर्माना ठोकेगा ? इसका कोई ठोस उपाय किया जाना चाहिए.