नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में छात्रा से छेड़छाड़ के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने जोरदार प्रदर्शन किया. घटना का विरोध जताते हुए एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने नारी आक्रोश मार्च निकाला. एबीवीपी ने प्रदर्शन कर जेएनयू के सिक्योरिटी ऑफिसर का इस्तीफा मांगा. मंगलवार रात जेएनयू में छात्रा के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना के बाद से छात्र आक्रोशित हैं. परिसर की छात्राओं के लिए बेहतर और सुरक्षित वातावरण की मांग को लेकर बुधवार को एबीवीपी जेएनयू के कार्यकर्ताओं ने रात में नॉर्थ गेट से चंद्रभागा तक सैकड़ों छात्रों के साथ विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित करते हुए नारी आक्रोश मार्च निकाला.
वीसी के कार्यकाल में बढ़ी घटनाएं
प्रदर्शनकारियों का कहना है जेएनयू कैंपस को छात्रों खासकर महिलाओं के लिए दिल्ली या देश के किसी अन्य कोने में सबसे सुरक्षित जगह माना जाता है. लेकिन जेएनयू की वर्तमान वीसी ने जब से कार्यभार संभाला है तब से लगातार सुरक्षा में चूक की एक श्रृंखला जारी है. सुरक्षा का नक्शा जेएनयू प्रशासन द्वारा ही तैयार किया जाता है और उसी के अनुसार साइक्लोप्स के गार्ड्स इसका पालन करते हैं.
एबीवीपी की प्रतिक्रिया
एबीवीपी इकाई अध्यक्ष उमेश चंद्र अजमीरा का कहना है कि जेएनयू प्रशासन ने 2021 की पिछली घटनाओं से कोई सबक नहीं सीखा. इससे पहले भी एक कैब चालक ने एक लड़की को अपने वाहन के अंदर खींचने की कोशिश की थी और 2022 में भी वीसी गेट के पास बलात्कार का प्रयास किया गया था. हाल ही में परिसर के अंदर छेड़खानी और झगड़े की घटनाएं हुईं. जेएनयू प्रशासन को सुरक्षा में हुए चूक को मद्देनजर रखते हुए जेएनयू प्रांगण की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने पर ध्यान देने की आवश्यकता है.
वहीं इकाई मंत्री विकास पटेल का कहना है, "अतीत में भी प्रशासन द्वारा छात्रवृत्ति सहित कैंपस में अपने अधिकारों की मांग करने वाले छात्रों पर हमला करने के लिए प्रशासन ने सुरक्षा गार्डों से हमला कराया था. जेएनयू का सुरक्षा विभाग छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में हमेशा विफल रहा है. आए दिन चोरी और छेड़छाड़ की घटनाएं विश्वविद्यालय में देखी जा रही हैं. एबीवीपी जेएनयू यह मांग करती है कि जेएनयू के अक्षम सिक्योरिटी ऑफिसर का जल्द से जल्द अपना इस्तीफा जेएनयू प्रशासन को सौंपे.