नई दिल्लीः दक्षिणी दिल्ली साइबर पुलिस की टीम ने एस्कॉर्ट सर्विसेज के नाम पर लोगों से ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले पांच जालसाजों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उनके कब्जे से 4 मोबाइल फोन, 6 सिम कार्ड दो पेटीएम खाते को जब्त किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अशोक पाटीदार (23 वर्ष), दीपक टेलर (29 वर्ष), मनीष पाटीदार (19 वर्ष), रौनक सुथार (18 वर्ष) और विनोद पाटीदार (24 वर्ष) के तौर पर की गई है. सभी आरोपी राजस्थान के डूंगरपुर जिले के रहने वाले बताए जा रहे हैं.
दक्षिण दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि साइबर पुलिस स्टेशन दक्षिण जिले में एक शिकायत प्राप्त हुई जिसमें शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि 17 मई को उसने एस्कॉर्ट सेवाओं के लिए वेबसाइटों पर ऑनलाइन खोज की और एक वेबसाइट से प्राप्त मोबाइल नंबर पर कॉल किया. अपने व्हाट्सएप पर लड़कियों की तस्वीरें साझा करने के बाद उसने उनमें से एक को एस्कॉर्ट सेवा के लिए चुना. उसके बाद, कथित व्यक्ति के निर्देशानुसार, उसने ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से दिए गए साझा बैंक खाता संख्या में एस्कॉर्ट सेवाओं के लिए पंजीकरण शुल्क के रूप में 500 रुपये स्थानांतरित कर दिए.
उसके बाद, होटल बुकिंग शुल्क, पुलिस सत्यापन शुल्क, कार सेवा शुल्क और आदि के बहाने, उसने ऑनलाइन भुगतान विधियों के माध्यम से विभिन्न साझा बैंक खातों और क्यूआर कोड में कुल 1,48,047 रुपये का भुगतान किया. अंत में, शिकायतकर्ता ने सेवाओं के लिए मना कर दिया और पैसे वापस करने के लिए कहा, लेकिन आरोपी व्यक्ति ने अपनी भुगतान की गई राशि वापस करने के लिए और पैसे की मांग की और उसके बाद शिकायतकर्ता के फोन कॉल प्राप्त करने से मना कर दिया.
इसके बाद, शिकायतकर्ता को लगा कि उसके साथ धोखा हुआ है और उसने शिकायत दर्ज कराई. इस संबंध मे पीएस साइबर/साउथ, दिल्ली में दर्ज किया गया था और जांच की गई थी. मामले की संवेदनशीलता और घटना को ध्यान में रखते हुए एसीपी राजेश कुमार बमानिया ने इंस्पेक्टर अरुण कुमार वर्मा की देखरेख में टीम का गठन किया गया, जिसमें इंस्पेक्टर हंसा राम, एसआई संजय सिंह, हैड कांस्टेबल तरुण माथुर, संदीप कुमार, राजकुमार, महेंद्र कुमार को शामिल किया गया.