नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा टीम ने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों के साथ ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. अपराध शाखा पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को रेलवे नौकरी रैकेट में संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोपितों की पहचान शिवरामन, विकास राणा, दुबे, राहुल चौधरी और अन्य के रूप में हुई है.
बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने का करते थे वादा:आर्थिक अपराध शाखा पुलिस उपायुक्त एमआई हैदर ने बताया कि तमिलनाडु निवासी एम सुब्बुसामी की शिकायत पर आरोपी शिवरामन के खिलाफ रेलवे में नौकरी की पेशकश करने के बहाने धोखाधड़ी और जालसाजी को लेकर मामला दर्ज किया गया था. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि वह एक अन्य परिचित के माध्यम से शिवरामन के संपर्क में आया था. शिवरामन ने उन्हें मौद्रिक लाभ के बदले रेलवे में बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने की पेशकश की थी. इसके बाद शिकायतकर्ता ने शिवरामन को तमिलनाडु की नौकरी चाहने वालों के बारे में बताया, जो दिल्ली आए थे.
भारतीय रेलवे में नौकरी की गारंटी देते थे आरोपी:नौकरी की तलाश में आए लोगों का परिचय कनॉट प्लेस में आरोपी विकास राणा से हुआ, जिसने खुद को उत्तर रेलवे के उपनिदेशक और एक आईआरटीएस अधिकारी होने का दावा किया था. दोनों आरोपियों ने उन्हें सीधे कोटे के तहत भारतीय रेलवे में नौकरी की गारंटी देने का आश्वासन दिया. शिकायतकर्ता ने शिवरामन को रेलवे में उनके रोजगार के लिए बड़ी राशि का भुगतान किया.