नई दिल्ली : दिल्ली के महरौली स्थित 122वीं बटालियन सीआरपीएफ की ओर से रविवार को आजाद भारत के प्रथम गृहमंत्री स्व. सरदार बल्लभ भाई पटेल के सम्मान में राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष में तिरंगा पदयात्रा निकाली गई. सीआरपीएफ के महानिदेशालय की ओर से दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए राष्ट्रीय एकता दिवस पर 122वीं बटालियन के अधिकारी व जवानों की करीब 5 किलोमीटर की तिरंगा पदयात्रा निकाली. तिरंगा यात्रा में मुख्य अतिथि सीआरपीएफ के रिटायर्ड डीआईजी बीडीएस चौहान भी शामिल हुए.
122 बटालियन सीआरपीएफ कैंप के कमांडेंट आलोक श्रीवास्तव के नेतृत्व में पदयात्रा का आयोजन किया गया. इसमें अनाथालय के बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग भी शामिल हुए. इन लोगों ने हाथों में तिरंगा लेकर करीब 5 किलोमीटर की यात्रा को पूरा किया. साथ ही लोगों को एक संदेश दिया कि भारत के राष्ट्र निर्माण के लिए हम सबको एकसाथ रहना कितना जरूरी है. सीआरपीएफ के जवान ने कहा कि आजाद भारत के प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में हम हर साल इस कार्यक्रम को आयोजित करते हैं और लोगों को संदेश देते हैं कि हमें एकजुट रहना है.
मुख्य अतिथि रिटायर्ड डीआईजी बीडीएस चौहान ने बताया कि सरदार वल्लभभाई पटेल का सीआरपीएफ को खड़ा करने में बहुत बड़ा योगदान रहा है. एक सीआरपीएफ का स्थापना दिवस भी है तो हम सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के साथ अपना स्थापना दिवस भी मनाते हैं. हमें काफी खुशी है और भारत के राष्ट्र निर्माण के लिए सीआरपीएफ के जवान हमेशा देश के साथ खड़े रहे हैं. अब देश ही नहीं अन्य देशों में भी सीआरपीएफ के जवानों की तारीफ भी होती है.
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122वीं बटालियन के कमांडेंट आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि सीआरपीएफ के जवानों द्वारा आम जनता के साथ सामंजस्य एवं भाईचारा स्थापित करने के उद्देश्य से समय-समय पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिन के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आमजन में एकता एवं भाईचारा की भावना को विकसित करना है. यह तिरंगा पदयात्रा महरौली से अंधेरिया मोड़ होते हुए कुतुब मीनार परिसर में इसका समापन किया गया.
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