नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस अपराध पर लगाम लगाने के लिए गंभीरता से प्रयास करने का दावा करती है, लेकिन इसके बावजूद दिल्ली में क्राइम रेट बढ़ता ही जा रहा है. इस साल हत्या की वारदातों में 15 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो दिल्ली पुलिस के लिए चिंता का विषय है. इसे लेकर पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने भी नाराजगी जाहिर की है और सभी डीसीपी को उचित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
साल 2018 में 15 जुलाई तक हत्या की 248 वारदातें राजधानी में हुई थी. वहीं इस साल 15 जुलाई तक 282 हत्या की वारदातों को अंजाम दिया जा चुका है. हत्या प्रयास की वारदातों में इस साल 13 फीसदी की कमी आई है. साल 2018 में जहां 15 जुलाई तक हत्या प्रयास के 298 मामले सामने आए थे, वहीं इस साल 259 हत्या प्रयास के मामले सामने आए हैं. हत्या की 15 फीसदी बढ़ी वारदातों ने दिल्ली पुलिस की फिलहाल नींद उड़ा दी है.
'50 फीसदी से ज्यादा हत्याओं का कारण गुस्सा'
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि राजधानी में हत्या की 50 फीसदी से ज्यादा वारदातों को केवल रंजिश और अचानक आये गुस्से के चलते अंजाम दिया गया है. पुलिस मानती है कि ऐसी वारदातों को रोक पाना बेहद मुश्किल है.