नई दिल्ली: कोरोना से अब तक ढाई लाख से भी ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं. लेकिन इनमे से करीब 250 लोग ठीक होकर भी पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाए हैं और अब पोस्ट कोविड़ क्लीनिक में उपचार करवा रहे हैं. इन मरीजों में से लगभग एक तिहाई मानसिक समस्या से घिर गए हैं.
किसी के छींकने या खांसने पर भी डर रहे हैं मरीज
कोरोना से जो लोग ठीक हो कर भी पूरी तरह से ठीक नहीं हुए है और राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के पोस्ट कोविड क्लीनिक में अपना इलाज करा रहे हैं, इनमे से करीब 30-35 प्रतिशत लोग मानसिक समस्या से जूझ रहे हैं. डॉ. अजित जैन बताते हैं कि इन लोगों की रात की नींद उड़ गई है वहीं इन लोगों को घबराहट हो रही है, बहुत ज्यादा पसीना आ रहा है और ये दोबारा संक्रमित न हो जाएं इससे भी बहुत ज्यादा डरने भी लगे हैं. स्थिति ऐसी हो गई है कि आस-पास किसी के भी छींकने या खांसने पर भी इन लोगों को डर लग रहा है जिसके चलते ये लोग बार-बार दरवाजे के हैंडल और अन्य चीजों को साफ करने में लगे हुए हैं.
कोविड के दोबारा संक्रमण का डर, 35 प्रतिशत मरीज मानसिक समस्या से परेशान
दिल्ली के राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के पोस्ट कोविड क्लीनिक में 35 प्रतिशत मरीज मानसिक समस्या से परेशान हैं. डॉ. का कहना है कि मराजों को दोबारा संक्रमित होने का डर है.
कोविड के दोबोरा संक्रमण का ड़र
सांस फूलने और सीने में दर्द की आ रही है शिकायत
डॉ. अजित जैन बताते हैं कि पोस्ट कोविड़ क्लीनिक में आने वालों में दूसरी बड़ी संख्या ऐसे मरीजों की है जो पहले बीपी, शुगर, दिल या ऐसी ही अन्य बीमारियों से जूझ रहे थे. जबकि तीसरी बड़ी संख्या उन लोगों की है जो अब जल्द ही सांस फूलने, घबराहट और सीने में जलन की समस्या से परेशान हैं.