नई दिल्ली:सिंघु बॉर्डर की तरह टिकरी बॉर्डर पर भी किसानों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई जाने लगी हैं. यहां किसान 27 नवंबर से धरने पर बैठे हुए हैं. किसानों को कपड़े धुलने के लिए वाशिंग मशीन उपलब्ध कराई गई हैं. जिसमें लोग बारी-बारी से अपने कपड़े धुलवा रहे हैं.
27 नवंबर से शुरू हुआ था किसानों का आंदोलन
हरियाणा के बहादुरगढ़ और दिल्ली के मुंडका के बीच टिकरी बॉर्डर पर 27 नवंबर से किसान और जवान आमने-सामने हैं. पुलिस ने बैरिकेड लगाकर पूरी तरह से टिकरी बॉर्डर को 27 नवंबर से ही बंद कर दिया था. हालांकि किसानों का आंदोलन 26 नवंबर से शुरू किया गया था. जिसके चलते यहां पर पुलिस ने 26 नवम्बर से ही मोर्चाबंदी कर दी थी. लेकिन 27 नवंबर से इस रास्ते को पूरी तरह बंद कर दिया गया था.