नई दिल्लीः उत्तरी दिल्ली के स्पेशल स्टाफ और सदर बाजार थाने की ज्वाइंट पुलिस टीम ने स्नैचिंग के एक मामले में दो स्नैचर और रिसीवर को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार हुए दोनों झपटमार की पहचान गणेश और गौरव के रूप में हुई है. जबकि रिसीवर की पहचान गोपाल के रूप में हुई है, जो गणेश का सौतेला पिता बताया जा रहा है. पुलिस ने इनके पास से गोल्ड लोन की रसीद, छीना हुआ मोबाइल फोन और स्नैचिंग के लिए इस्तेमाल स्कूटी जब्त की है.
सौतेले पिता ने बेटे से कराई स्नैचिंग नॉर्थ डीसीपी एंटो अल्फोंस के अनुसार 2 अक्टूबर को एक 61 वर्षीय महिला ने अपने साथ हुई चेन स्नैचिंग की शिकायत लाहौरी गेट थाने में दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने बताया कि स्कूटी सवार दो बदमाशों ने उनकी 20 ग्राम की चेन छीन ली है. जिसके बाद लाहौरी गेट थाने की पुलिस टीम ने मामला दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज चेक की, लेकिन मास्क के कारण उनकी पहचान नहीं हो पाई.
पुलिस टीम ने किया आरोपी को गिरफ्तार
इसी बीच स्पेशल स्टाफ की टीम को उनमें से एक झपटमार के बारे में सूचना मिल गई. जिसके बाद सब इंस्पेक्टर हंस राम, नरेश कुमार, हेड कॉन्स्टेबल आंसर खान, संजीव, अर्जुन और कॉन्स्टेबल विक्की की टीम ने बर्फ खाने के पास ट्रेप लगाकर एक झपटमार को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी की पहचान गौरव उर्फ मोनू के रूप में हुई. उसने दूसरे साथी गणेश के बारे में पुलिस को जानकारी दी.
दामाद को दिलाना था 'गोल्ड लोन'
अगले दिन सदर बाजार थाने के एएसआई बलवंत सिंह को गणेश के बारे में जानकारी मिली. सदर बाजार एसीपी नीरज कुमार की देखरेख में एसएचओ अशोक कुमार, एएसआई बलवंत, कॉन्स्टेबल राजकमल आदि की टीम ने ट्रैप लगाकर इसे भी गिरफ्तार कर लिया. गणेश से पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि यह स्नैचिंग उसने सौतेले पिता गोपाल के कहने पर की थी. जिसके बाद उसने चेन बेचने के लिए भी अपने पिता गोपाल को दे दी थी.
गणेश की निशानदेही पर पुलिस ने गोपाल को गिरफ्तार किया. उसने बताया कि अपने दामाद को गोल्ड लोन लेने के लिए चेन दी है. पुलिस के अनुसार रिसीवर गोपाल पर चोरी और स्नैचिंग के 9 मामले पहले से दर्ज हैं. फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है.