रोहिणी में सामूहिक रूप से सरस्वती पूजन का आयोजन नई दिल्ली: देशभर में गुरुवार को गणतंत्र दिवस के साथ साथ बसंत पंचमी की धूम देखने को मिल रही है. दिल्ली के रोहिणी इलाके में सामूहिक रूप से सरस्वती पूजन का कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर छोटे-छोटे बच्चों ने कई सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर लोगों के बीच सरस्वती पूजन के दिन के महत्व का संदेश दिया.
हे शारदा मैया... तू स्वर की दाता है, तू ही वर्णो की ज्ञाता है तुझमें ही नवाते शीश, हे शारदा मैया दे अपना आशीष. जी हां, एक तरफ जहां आज गणतंत्र दिवस के जश्न के माहौल में सराबोर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ बसंत पंचमी के अवसर पर जगह जगह सरस्वती पूजन भी किया जा रहा है. दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 24 में भक्ति भाव से भरपूर कुछ ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली. यहां सर्वसमाज को ध्यान में रखते एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
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बिहार शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक संस्थान की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में युवा पीढ़ी का ध्यान आधुनिक युग के साथ आध्यात्मिक दुनिया की ओर आकर्षित करने का प्रयास किया गया. कार्यक्रम के दौरान छोटे छोटे बच्चों ने भी कई सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दीं, जिसने सभागार में मौजूद सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. कार्यक्रम के दौरान संस्थान की तरफ से दिव्यांगजनों को आर्थिक रूप से मदद करते हुए उन्हें ट्राई साइकिल भी वितरित की गई.
इस मौके पर आयोजकों ने बताया कि सरस्वती पूजन की परंपरा भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा रहा है. आज के बदलते समाज में जहां एक ओर लोग नई नई टेक्नोलॉजी की ओर अपना रूख कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बच्चे अध्यात्म से भी जुड़े रहे हैं. इसी मकसद से इस सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. गौरतलब है कि बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की विशेष पूजा-आराधना की जाती है. बसंत पंचमी का पर्व हिंदू धर्म में बहुत ही श्रद्धा और भक्तिभाव से मनाया जाता है. मां सरस्वती को ज्ञान, विद्या और बुद्धि की देवी कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि बसंत पंचमी का दिन शिक्षा और कला से जुड़े लोगों बहुत ही खास होता है.
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