दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

किराड़ी: पीएफ और सैलरी को लेकर सफाई कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन - demand of MCD workers in nithari

दिल्ली निठारी डिस्पेंसरी वार्ड 40 में एमसीडी के कर्मचारियों ने अपनी सैलरी की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया. कर्मचारियों की मांग है कि कॉन्ट्रैक्ट पर रखे गए सभी कर्मचारियों को नियमित किया जाए. साथ ही पिछले 5 महीने की बकाया सैलरी के अलावा कई मांगे रखीं.

safai-workers-demonstrated-about-pf-and-salary in nithari
पीएफ और सैलरी को लेकर सफाई कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन

By

Published : Jan 17, 2021, 6:04 PM IST

नई दिल्ली:किराड़ी विधानसभा निठारी डिस्पेंसरी वार्ड 40 में एमसीडी के कर्मचारियों ने अपनी सैलरी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. कर्मचारियों का कहना है कि उनकी सैलरी से जुलाई 2016 से पीएफ का पैसा 1104 रुपए कटना शुरू हुआ, जो आज बढ़कर 1777 रुपए हो गया, लेकिन सैलरी पिछले पांच महीने से नहीं मिली है.

पीएफ और सैलरी को लेकर सफाई कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन

ये हैं मांगे

भारत मजदूर मंच के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस गोपी ने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट पर रखे गए सभी कर्मचारियों को नियमित किया जाए. 5 महीने से हमारे सफाई कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है और जुलाई 2016 से 1104 रुपए कट रहे थे, अब वो बढ़कर 1777 हो गई है. कर्मचारियों वेतन नहीं मिल रहा हालात कोई भी हो पर पीएफ का पैसा काटना है, उस पर रोकथाम लगे. जिस प्रकार साउथ दिल्ली नगर निगम की एक इंस्टॉलमेंट रोक दी गई थी, तो पूर्वी दिल्ली और उत्तरी दिल्ली नगर निगम की इंस्टाॅलमेंट क्यों नहीं रोकी गई. उसी प्रकार उस आदेश की कॉपी लेकर उनकी किस्त रोककर इन कर्मचारियों को पैसा लौटाया जाए और सैलरी का समय तय किया जाए. इसके अलावा FR17 हटाया जाए, पक्के कर्मचारियों के बच्चों की फीस और कन्वेंस दिया जाए.

निगम में फूट डाल रहे हैं केजरीवाल

आगे प्रिंस गोपी कहते हैं आज हम कई जगह प्रदर्शन कर रहे हैं, सैलरी न मिलने से सफाई कर्मचारियों के घर का खर्चा नहीं चल पा रहा है, जिससे वो हताश और निराश है. आज दिल्ली सरकार 138 करोड रुपए का झूठा जुमला दे रही है. जब उत्तरी नगर निगम और पूर्वी नगर निगम को देने के लिए पैसा नहीं है तो दक्षिणी नगर निगम को समय से वेतन कैसे मिल रहा है. इससे साफ पता चलता है कि दिल्ली नगर निगम में फूट डालने का काम दिल्ली के महापौर और अरविंद केजरीवाल कर रहे है.

भरण पोषण में परेशानी

वहीं सफाई कर्मचारी अनिल कहते हैं बच्चों का खर्चा नहीं उठा पा रहा हूं घर का खर्चा नहीं चल पा रहा है, भूखे मरने की नौबत आ गई है. कर्मचारी सोनिया ने कहा 5 महीने की सैलरी ना मिलने की वजह से दाने-दाने को मोहताज है. दुकान वालों ने उधार देना बंद कर दिया टीचर ने पढ़ाना बंद कर दिया. जब पैसा नहीं देंगे तो कोई कब तक पढ़ाएगा और कब तक उधार देगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details