दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

Delhi Public Library: अमन विहार में पहले जहां था कूड़े का ढेर, अब वहां बना सार्वजनिक पुस्तकालय

अमन विहार इलाके में सार्वजनिक पुस्तकालय जल्द ही शुरू होने वाला है. कुछ वर्ष पहले यहां पर कूड़े का ढेर हुआ करता था. ऐसे में एक सामाजिक संस्था द्वारा स्थानीय लोगों की मांग पर यहां पुस्तकालय बनाया गया है.

सार्वजनिक पुस्तकालय
सार्वजनिक पुस्तकालय

By

Published : Apr 11, 2023, 3:38 PM IST

सार्वजनिक पुस्तकालय

नई दिल्ली:दिल्ली के अमन विहार इलाके में एक सामाजिक संस्था ने बड़ा कदम उठाते हुए ढलाव घर को सार्वजनिक पुस्तकालय में तब्दील कर एक मिशाल पेश किया है. पुस्तकालय में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को ध्यान में रखते हुए किताबें रखी गई है. जानकारी के अनुसार पुस्तकालय का जल्द उद्घाटन कर इसे स्थानीय लोगों को समर्पित कर दिया जाएगा. आज ये पुस्तकालय शिक्षा के क्षेत्र में युवाओं के लिए एक आकर्षण का केंद्र बन गया है.

अमन विहार इलाके में कभी कूड़े का ढेर हुआ करता था, वहां युवाओं के भविष्य को उज्जवल बनाने के मकसद से यह पुस्तकालय बनाया गया है. दरअसल, कुछ समय पहले तक इस जगह पर ढलाव घर हुआ करता था, जहां अक्सर कूड़े का ढेर लगा रहता था. क्षेत्र के लोग लंबे समय से यहां पर सफाई व्यवस्था की मांग कर रहे थे. लोगों की इस समस्या को देखते हुए सामाजिक संस्था ने समाज के प्रति अपना दायित्व समझते हुए ढलाव के स्थान पर पुस्तकालय बनाने का फैसला किया.

निगम ने इस स्थान को एक गैर सरकारी संगठन डीएवी एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी को मुहैया कराया. संस्था ने इस ढलाव घर को नया रूप देते हुए एक बेहतरीन लाइब्रेरी बनाकर तैयार किया. पुस्तकालय में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. यह स्थान शिक्षा केंद्र के रूप में लोगों को बेहद पसंद आ रहा है. यह पुस्तकालय न केवल किराड़ी बल्कि आसपास के इलाके में रहने वाले लोगों के लिए भी एक बेहतर विकल्प साबित होगा.

ये भी पढ़ें:DGCA Issues Advisory : डीजीसीए ने अशिष्ट यात्रियों से निपटने के लिए एअरलाइंस को जारी की गाइडलाइंस

लाइब्रेरी निर्माण में 14 लाख रुपए की लागत: गौरतलब है कि इस लाइब्रेरी को निर्माण कराने में करीब 14 लाख रुपए की लागत आई है. लाइब्रेरी में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही माध्यम से छात्र पढ़ाई कर सकेंगे. संस्था की अध्यक्ष राधा भारद्वाज के मुताबिक निगम की इस जमीन पर कई गैर सरकारी संस्थाओं ने मिलकर इसे बनाया है. उन्होंने कहा कि इस पुस्तकालय में करीब 600 किताबें उपलब्ध है.

ये भी पढ़ें:DCW Summons On IP Collage Matter : दिल्ली महिला आयोग ने डीयू और पुलिस के अधिकारियों को जारी किया समन

ABOUT THE AUTHOR

...view details