नई दिल्ली: बाहरी दिल्ली के अलीपुर स्थित शहीद स्मारक में आज कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष में प्रसिद्ध समाजसेवी हरपाल राणा ने गांव के लोगों के साथ मिलकर शहीदों को याद किया. साथ ही सरकार से गुजारिश कि की शहीद स्मारक में केवल 15 अगस्त और 26 जनवरी के दिन ही शहीदों को याद किया जाता है. अब कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष में भी यहां पर सरकार की तरफ से कार्यक्रम किया जाना चाहिए.
समाजसेवी हरपाल राणा ने गांव के लोगों के साथ मिलकर शहीदों को याद किया शहीदों के शौर्य को याद करते हुए किया हवन
देश की रक्षा के लिए वीर जवानों ने हंसते हुए अपनी शहादत दे दी और जो जवान जंग जीत कर वापस आए उनके साथ मिलकर आज कारगिल विजय दिवस मनाया गया. सभी ने शहीदों के शौर्य के याद करते हुए हवन कर याद किया गया ओर भारत माता के नारे भी लगाए.
आजादी की लड़ाई में भी लोगों ने लिया हिस्सा
केवल कारगिल के युद्ध ही नहीं है आजादी की लड़ाई में भी अलीपुर गांव के क्रांतिकारियों ने अहम भूमिका निभाई. जिनके लिए यहां पर सरकार ने शहीद स्मारक बनाया. अलीपुर गांव से अकेले 100 से ज्यादा क्रांतिकारियों ने आजादी की लड़ाई में हिस्सा लिया. जिन्हें तेल के खोलते हुए कड़ाव में अंग्रेजों ने डलवा दिया या रोलर से कुचलवाकर मरवा दिया था. जिनकी शहादत के लिए उन योद्धाओं को 15 अगस्त और 26 जनवरी को याद किया जाता है.