नई दिल्लीः जहांगीरपुरी इलाके में रहने वाले जितेंद्र कुमार के साथ ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है. जहां पीड़ित युवक की 13 साल की मेहनत की कमाई पल भर में छूमंतर हो गई. ऑनलाइन ठगी करने वालों ने जितेंद्र कुमार को फेसबुक पर इनाम जीतने का मैसेज भेजा और युवक ठगों के झांसे में आ गया. पीड़ित ने मेसेज पर क्लिक किया, जिसके बाद उसका फोन मेसेज भेजने वालों के सर्वर से जुड़ गया और अकाउंट से साढ़े पांच लाख रुपये पल भर में निकाल लिए गए. पीड़ित ने इसकी शिकायत साइबर क्राइम सेल से की है. शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है.
ऑनलाइन ठगी का शिकार हुआ युवक ऑनलाइन ठगी का हुआ शिकार
जानकारी के अनुसार पीड़ित जितेंद्र अपने परिवार का एक मात्र सहारा है. उसने साल 2007 से अबतक दिन रात मेहनत करने अपनी बीमार मां के इलाज और परिवार के गुजारे के लिए करीब छह लाख रुपये जोड़े थे, लेकिन ये लाखों रुपये अब उसके पास नहीं है.
युवक की माने तो उसके पास फेसबुक पर एक मैसेज आया. जिसमें उसे पता चला कि उसने 1947 रुपये का इनाम जीता है. इनाम की रकम को हासिल करने के लिए उसने मेसेज खोला और उसका फोन मेसेज भेजने वालों के सर्वर से जुड़ गया.
साढ़े छह लाख रुपये थे अकाउंट में
पीड़ित ने बताया कि उसके बैंक एकाउंट में करीब छह लाख रुपये थे. मेसेज के खोलने के बाद पीड़ित के पास फोन आया कि आप अपने एटीएम कार्ड का नंबर और उसके पीछे लिखा कोड बताएं. उसने एटीएम कार्ड और कोड बताया, जिसके बाद उसके खाते से 1947 कट गए. उसने फोनपे से बात की तो, उसका फोन भी हैक हो चुका था. जो फोनपे के पास न लगकर सीधा ठगों के पास लग गया.
उसने बताया कि उसके पैसे उसके खाते से कटे हैं, तो ठगों ने बताया कि आपके पैसे वापस आ जाएंग. उनके सर्वर में कुछ गड़बड़ है. आप एक बार फिर अपने एटीएम का कोड बताएं. इसके बाद उसके खाते से साढ़े चार लाख रुपये दोबारा कट गए. जब शक हुआ तो उसने पैसे लौटने की बात की. ठगों ने विश्वास दिलाने के लिए अपने सीनियर से भी बात करवा दी और पैसे वापस खाते में आने का भरोसा दिया. उसके तुरंत बाद फोन बंद हो गया.
साइबर सेल में दर्ज करवाई शिकायत
पीड़ित तुरंत अपने बैंक गए और एकाउंट बंद करवा कर मैनेजर से बात की, तो मैनेजर ने बताया कि इसमें बैंक का फॉल्ट नहीं है. यह लापरवाही आपके द्वारा हुई है. जिसके बाद पीड़ित ठगी की शिकायत लेकर जहांगीरपुरी पुलिस स्टेशन पहुंचा, लेकिन पुलिस ने साइबर क्राइम का मामला बताकर उसे भेज दिया. पीड़ित ने साइबर क्राइम सेल में अपनी शिकायत दर्ज करवा दी है और मामले की जांच की जा रही है.