हथियार बेचने आए प्रदीप कासनी गैंग का मास्टरमाइंड गिरफ्तार नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की एंटी नारकोटिक्स टीम ने प्रदीप कासनी गैंग के मास्टरमाइंड को अवैध हथियार के बड़े जखीरे के साथ गिरफ्तार किया. आरोपी इस जखीरा को बेचने के लिए दिल्ली आया था. पुलिस ने मजनू टीला इलाके से आरोपी को गिरफ्तार किया है. उसके पास से पुलिस ने 28 पिस्टल और 150 से ज्यादा जिंदा कारतूस बरामद किए हैं. आरोपी से पूछताछ के आधार पर पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है.
उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि एंटी नारकोटिक्स टीम को सूचना मिली कि गैंगस्टर प्रदीप कासनी गैंग का मुख्य मास्टरमाइंड बिट्टू उर्फ मिंटू हथियारों के डील के लिए मजनू टीला आने वाला है. पुलिस ने इस सूचना पर मजनू इलाके में जाल बिछाया और आरोपी को पकड़ लिया. पूछताछ में उसने बताया कि वह हथियारों के डील के लिए पहली बार दिल्ली आया है. इसका गैंग हरियाणा में मुख्य रूप से सक्रिय है. गैंग का लीडर प्रदीप कासनी चरखी दादरी जेल में बंद है.
बता दें, राइवल गैंग ने हरियाणा के ही छुछकवास प्रदीप को मारने की कोशिश की थी. इसमें वह बच गया. इसके बाद पुलिस ने प्रदीप कासनी को पकड़ लिया, तब से वह जेल में बंद है. वह अपने गैंग के मुखिया पर हुए हमले को लेकर बदला लेना चाहता था. इसके लिए वह हथियार लेकर दिल्ली आया था. इन हथियारों को खरीदने के लिए राजस्थान से एक शख्स आने वाला था. अब बड़ा सवाल यह है कि जिस स्टेशन से आरोपी रेल में बैठा, वहां पर इसकी एंट्री गेट पर चेकिंग क्यों नहीं हुई? दिल्ली पुलिस के चाक-चौबंद सुरक्षा के बावजूद आरोपी मजनू टीला तक कैसे पहुंच गया?
गिरफ्तार आरोपी बिट्टू उर्फ मिंटू भी हरियाणा का रहने वाला है, उसकी उम्र 23 साल है. वह पिछले कुछ सालों से गैंग के साथ जुड़ा है. उसने जल्द गैंग में दूसरा नंबर के पोजीशन हासिल कर ली. गिरोह के मुख्य सरगना प्रदीप कासनी के जेल में जाने के बाद वही गैंग को ऑपरेट कर रहा था. फिलहाल पुलिस हथियारों की खेप को खरीदने आने वाले शख्स की तलाश कर रही है.
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