नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में बढ़ते कोरोना के मामले और सर्दी की सितम के चलते लोगों पर दोहरी मार पड़ रही है. घरों में रहने वाले लोग तो जैसे-तैसे गुजारा कर लेते हैं, लेकिन बेघर और बेसहारा लोग कहां रहें. ऐसे में मंगोलपुरी में बने रैन बसेरे में सरकारी इंतजाम किस हद तक है, इसका जायजा लेने ईटीवी भारत की टीम पहुंची.
बेघर-बेसहारा के लिए आशियाना बना मंगोलपुरी का रैन बसेरा - दिल्ली सरकार रैन बसेरा
कड़कड़ाती ठंड में राजधानी दिल्ली के मंगोलपुरी का रैन बसेरा बेघरों के लिए आशियाना बना हुआ है. यहां रह रहे लोगों ने बताया कि रैन बसेरे में अच्छी सुविधाएं मिल रही हैं.
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इस रैन बसेरे में कुछ लोग 8 साल से रह रहे हैं. लोगों ने बताया कि यहां सारी सुविधाएं दी जाती हैं. साथ ही कोरोना को देखते हुए बिस्तर भी अलग-अलग लगाया जाता है और सैनिटाइज का भी इस्तेमाल किया जाता है. लोगों ने बताया कि यहां करीब 70 लोग रहते हैं, जिसे दो टाइम खाना दिया जाता है.
रैन बसेरा का देखरेख कर रहे राहुल सागर ने कहा कि यह रैन बसेरा 12 साल पुराना है. दो टाइम यहां पर खाना दिया जाता है. एक बार सुबह 10:30 बजे और शाम को 7:00 बजे. रैन बसेरा में रह रहे फूलकांत ने बताया कि 2 महीने से यहां रह रहे हैं. वहीं राजीव ने किहा कि यहां 10 साल से रह रहे हैं और अब दिल्ली सरकार की तरफ से सभी सुविधाएं दी जा रही है.