नई दिल्ली:दिल्ली के मजनू टीला इलाके में करीब 1 सप्ताह पहले 29 जून को एक शख्स ने खुद पर गोली से जानलेवा हमले की कहानी रची, जो पड़ताल करने पर झूठी निकली. मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने दावा किया कि बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन अभिनीत फिल्म दृश्यम देखकर घटना को अंजाम देने की पठकथा लिखी गई.
रंजिश की पठकथा लिखने वाले शख्स का नाम अमरपाल है, ताकि घटना में उसका पड़ोसी फंस जाए और जेल चला जाए. लेकिन झूठी कहानी को सच बनाने के लिए अमरपाल ने चश्मदीद के तौर पर अपने भाई, चचेरे भाई और उसके साले को इस फिल्मी कहानी में शामिल किया. लेकिन कहानी भी हकीकत नहीं बन पाई. पुलिस ने पड़ताल करते हुए पूरे मामले का खुलासा किया है.
इस मामले में अमरपाल की मां समेत परिवार के कुल 9 लोग जेल में बंद थे. अमरपाल ने जेल में ही पड़ोसी को फंसाने की साजिश रची और उसकी पूरी पटकथा भी तैयार कर दी. एक महीने पहले जेल से बाहर आने के बाद उसने अपने पड़ोसी को फंसाने के लिए प्लान में कमियों को दूर किया और वारदात में इस्तेमाल हत्यार भी पुलिस टीम द्वारा बरामद कर लिया गया है.
29 जून को अमरपाल के बयान के आधार पर सिविल लाइन पुलिस टीम ने हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया था. जिसमें अमरपाल ने पुलिस को बताया था कि वह मजनू टीला इलाके में रात को टहल रहा था. उसी दौरान उसके पड़ोसी ओमवीर और उसके लड़कों ने गोली मार कर उसकी हत्या करने की कोशिश की लेकिन वह बच गया.
पुलिस टीम को अमरपाल के बयान पर शक हुआ और पुलिस टीम ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद से अमरपाल के चचेरे भाई को पकड़ लिया. फिर खुद-ब-खुद सामने आता चला गया. पुलिस टीम को पड़ताल के दौरान यह भी पता चला कि अमरपाल गवाहों को तोड़ने और परिवार को जेल से निकालने के लिए पैरोल पर बाहर आया था. उसने मामले में शामिल गवाहों को भी तोड़ने की कोशिश की थी लेकिन वह कामयाब नहीं हो सका.