नई दिल्ली: आगामी कुछ महीनों में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव के मद्देनजर ईटीवी भारत की टीम लगातार दिल्ली के अलग-अलग विधानसभा के अलग-अलग मोहल्लों में पहुंच रही है. और वहां की समस्याओं को जानने की कोशिश कर रहे हैं. इसी कड़ी में ईटीवी भारत की टीम किराड़ी विधानसभा पहुंची और वहां के स्थानीय लोगों से उनकी समस्याओं और उनके यहां हुए विकास के बारे में जाना.
किराड़ी के लोगों ने बताई अपनी समस्याएं पानी के निकास की समस्या
ईटीवी भारत की टीम ने किराड़ी इलाके के लोगों से बातचीत की. लोगों ने बताया कि किराड़ी विधानसभा की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है गंदे पानी की निकासी की समस्या है. जिससे पूरे इलाके की जनता आज बुरी तरीके से त्रस्त है.
खराब हालात में है किराड़ी की सड़के 'गंदे पानी के तालाब से बीमार पड़ रहें है लोग'
लोगों ने बाताया कि किराड़ी के अंदर बीचों बीच काफी बड़ी जगह आज गंदे पानी के तालाब में तब्दील हो चुकी है. जो लक्ष्मी विहार, विनय एनक्लेव, अगर विहार जैसे बहुल आबादी वाले इलाकों के बीचोबीच है. इस तालाब की वजह से जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. यहां तक कि इस गंदे पानी के तालाब की वजह से इस पूरे क्षेत्र के लोग भी बीमार पड़ रहे हैं.
गंदे तालाब से फैल रही है बीमारियां 'खराब सड़कों से होते हैं हादसे'
लोगों कहना है कि विधानसभा क्षेत्र की सड़कों की हालात काफी दयनीय है और ट्रांसपोर्ट फैसिलिटी का भी इस पूरे क्षेत्र में बुरा हाल है. सड़कों के बुरे हालात का अंदाजा इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि आए दिन कोई ना कोई बैटरी रिक्शा यहां सड़कों पर पलटता है. जिसकी वजह से लोगों को गंभीर चोटें भी लगती है.
कई जगह सड़कों पर भरा है पानी स्थानीय लोगों को आने वाले चुनावों से है उम्मीद
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले 5 सालों में क्षेत्र के अंदर विकास की गति खासा धीमी रही है. आज भी क्षेत्र के अंदर पानी के निकास की समस्या बहुत बड़ी समस्या है. जिसकी वजह से जनता परेशान है. पीने का पानी पिछले 5 सालों में एक बड़ी समस्या बन गया है. वहीं साथ ही साथ लोगों ने कहा कि किराड़ी फाटक एक ऐसी समस्या है. जिसका समाधान पिछले कई दशकों से नहीं हुआ है. जनता आने वाले विधानसभा चुनाव से उम्मीद लगाए बैठी है.
लोगों का कहना है कि पिछले 5 सालों में किराड़ी विधानसभा क्षेत्र के विकास की रफ्तार काफी धीमी रही है. विधायक ऋतुराज झा के काम को लेकर कहीं ना कहीं जनता में असंतोष की भावना साफ तौर पर दिखी. लोगों का कहना था कि विधायक ने उतना काम नहीं किया जितनी उम्मीद थी.