नई दिल्ली:कोरोना के कारण लागू लॉकडाउन के चलते कई लोगों की नौकरी चली गई. दिल्ली सरकार ने इन बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के लिए 27 जुलाई को एक वेब पोर्टल लॉन्च किया. दिल्ली सरकार द्वारा शुरू की गई, इस मुहिम का प्रचार अब विधानसभा स्तर पर भी किया जा रहा है और रिठाला विधानसभा में भी इसका प्रचार किया गया. वहीं दिल्ली सरकार ने बताया कि 10 लाख वैकेंसी को कंपनियों ने क्लोज किया है. इसका अर्थ यह है कि इन कंपनियों को या तो कर्मचारी मिल गए हैं या प्रक्रिया चल रही है.
दिल्ली सरकार ने की जॉब पोर्टल की शुरुआत कंपनियों में कर्मचारियों की कमी
लॉकडाउन के कारण देश की अर्थव्सवस्था चरमरा सी गई है. लॉकडाउन के दौरान कई कंपनियों में कर्मचारियों की कमी आ गई तो दूसरी ओर इस दौरान कई लोग बेरोजगारी की कगार पर भी आ गए. राजधानी दिल्ली में बढ़ती बेरोजगारी और कंपनियों में कर्मचारियों की कमी को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एक अनोखी पहल की शुरुआत की है.
मुहीम का हो रहा प्रचार
इस मुहिम के तहत दिल्ली सरकार ने एक जॉब पोर्टल की शुरुआत की है. इस जॉब पोर्टल के माध्यम से एक ही प्लेटफार्म पर नौकरी की तालाश कर रहे युवा और कंपनी एक साथ एक जगह उपलब्ध हो जाएगी. दिल्ली सरकार द्वारा शुरू की गई इस मुहिम का प्रचार विधानसभा स्तर पर भी किया जा रहा है और इसी फेहरिस्त में रिठाला विधानसभा से विधायक महेंद्र गोयल भी इस मुहिम का जमकर प्रचार कर रहे हैं.
नौकरी के लिए बेहतर प्लेटफॉर्म
इस बारे में बात करते हुए रिठाला विधानसभा से आम आदमी पार्टी के विधायक महेंद्र गोयल ने बताया कि दिल्ली सरकार ने इस जॉब पोर्टल की शुरुआत सिर्फ इस मकसद से किया गया है कि जो लोग बेरोजगार हैं और किसी नौकरी की तालाश कर रहे हैं. उसके लिए यह एक बेहतर प्लेटफार्म है. महेंद्र गोयल ने कहा कि इस पोर्टल के जरिए आज कई युवाओं को रोजगार मिल चुका है. यह पोर्टल ना सिर्फ रोजगार की तालाश कर रहे लोगों के लिए हैं बल्कि उन कंपनियों के लिए भी कारगर साबित हो रहा है, जिन्हें कर्मचारियों की तलाश है.
फिलहाल कोरोना काल के बाद जिस तरीके दिल्ली सरकार ने इस पहल की शुरुआत की है, वो बेहद ही सराहनीय है. क्योंकि इस पोर्टल के जरिए उन लोगों को रोजगार मिल सकेगा, जिन्हें नौकरी की तालाश है और इसी का परिणाम है कि इसका प्रचार अब विधानसभा स्तर पर भी किया जा रहा है.