नई दिल्ली:कोरोना वायरस के संक्रमण के लिहाज से जहांगीरपुरी को भी दिल्ली सरकार ने हॉटस्पॉट जोन घोषित कर सील किया हुआ है. ऐसे में वहां रहने वाले गुप्ता परिवार के मुखिया की बीते 16 अप्रैल की रात अचानक तबीयत खराब हुई. घरवाले इमरजेंसी सेवा का इस्तेमाल कर उन्हें लेकर शालीमार बाग स्थित फोर्टिस हॉस्पिटल लेकर गए. जांच में पता चला कि उन्हें कोरोना है.
फोर्टिस वालों ने एलएनजेपी किया रेफेर
फिर फोर्टिस अस्पताल वालों ने परिजनों को सरकार के दिशा निर्देश का हवाला देते हुए उन्हें 18 अप्रैल को दिल्ली सरकार द्वारा कोरोना इलाज के लिए निर्धारित अस्पताल शिफ्ट करने के लिए रेफर कर दिया.
पीड़ित की बेटी ने अस्पताल प्रशासन पर लगाया आरोप
अब पीड़ित की बेटी प्रतिभा गुप्ता ने वीडियो संदेश जारी कर सरकार से सहायता मांगी है कि एलएनजेपी अस्पताल में जिस तरह उन्हें छोड़ दिया गया है उनके पिता की मौत हो सकती है. 36 घंटे में खाना नहीं मिला है और शुगर और हाइपरटेंशन के पेसेंट हैं. ऐसे में कुछ भी घटित हो सकता है. अस्पताल प्रशासन उन्हें मिलने नहीं दे रहा है. बता रहा है इन्हें नरेला के क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेजा जाएगा. आज सुबह जब अस्पताल से फोन आया उन्हें 102 डिग्री बुखार है. तब भी डॉक्टर नहीं देख रहे हैं. ऐसे में बेटी और पत्नी ने वीडियो संदेश जारी कर अपनी बात मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री तक को पहुंचाने की कोशिश की और उनसे मदद की गुहार लगाई है.
मां-बेटी का आरोप है कि सरकार की कथनी और करनी में काफी अंतर है. जो बातें दिखाई जा रही है बताई जा रही है, जमीनी हकीकत उससे बिल्कुल परे है.