नई दिल्ली: किराड़ी में खाली पड़े MLA ग्राउंड में 12वीं कक्षा तक स्कूल की जमीन मिलने पर आम आदमी पार्टी और हमारा प्रयास सामाजिक उत्थान संस्था सोशल मीडिया पर M.L.A ग्राउंड में मिली जमीन को लेकर खूब छाया हुआ है. इसी जमीन को लेकर किराड़ी की चारों NGO आदर्श परिवार, जेएसएम, अनन्त क्रांति फाउंडेशन, पूर्वांचल सोसाइटी मिलकर हमारा प्रयास सामाजिक उत्थान NGO के प्रयासों द्वारा 12वी कक्षा के स्कूल की जमीन मिली.
इस खुशी में हमारा प्रयास सामाजिक उत्थान NGO का भव्य स्वागत किया. किराड़ी की चारों NGO का कहना है कोई भी एनजीओ समाज के लिए अच्छा काम करें, तो उसका श्रेय एनजीओ को मिलना चाहिए. इसलिए यह भव्य स्वागत का प्रोग्राम रखा.
हमारा प्रयास सामाजिक उत्थान NGO के अध्यक्ष मोहन पासवान बताते हैं जो जमीन मिली है वो हमारे प्रयास से मिली है किराड़ी में खाली पडे MLA ग्राउंड में 12वीं कक्षा तक स्कूल के लिए जमीन दिलाने का सबसे ज्यादा श्रेय दिल्ली हाईकोर्ट के वकील अशोक अग्रवाल जी को जाता है. दिल्ली हाई कोर्ट में शिक्षा निदेशालय और डीडी के खिलाफ दायर याचिका में प्रेम नगर में स्कूल के लिए जमीन मांगी थी.
जमीन मिलने की खुशी
हाईकोर्ट ने डीडीए और शिक्षा निदेशालय को फटकार लगाते हुए जमीन आवंटित करने के लिए कहा जिसे डीडीए ने दिल्ली सरकार को तत्काल प्रेम नगर के MLA ग्राउंड में 12वीं कक्षा तक स्कूल बनाने की जमीन 26 फरवरी को दे दी. आगे कहते हैं सोशल मीडिया पर और पंपलेट, पोस्टर के जरिए पर आम आदमी पार्टी सारा श्रेय लेने में जुटी है. इसी को देखते हुए आज किराड़ी की चार एनजीओ ने एडवोकेट अशोक अग्रवाल और हमे बुलाकर जमीन मिलने की खुशी में हमारा भव्य स्वागत किया गया.
दिल्ली हाईकोर्ट के वकील अशोक अग्रवाल ने कहा हमारा प्रयास सामाजिक उत्थान एनजीओ ने 5 साल पहले हाईकोर्ट में केस डालकर जमीन की मांग की थी. हाईकोर्ट ने केस पर सुनवाई करते हुए तत्काल डीडीए को जमीन देने के लिए कहा और डीडीए ने दिल्ली सरकार को स्कूल बनाने के लिए जमीन दी. जिसकी आज किराड़ी की एनजीओ ने हमें बुलाकर हमारा स्वागत किया.
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ज्योति माला ने कहा दिल्ली सरकार भी किराड़ी में स्कूल बनाने के लिए डीडीए में कई लेटर लगा चुकी थी और वह भी जमीन मांग रही थी. पर हाई कोर्ट के जरिए एनजीओ के केस डालने के बाद यह जमीन मिली है. राजू अतुला ने कहा अगर सारे एविडेंस को देखा जाए तो कह सकते हैं कि एक एनजीओ की बहुत बड़ी जीत है, जमीन एनजीओ के प्रयास से मिली है.