नई दिल्ली: स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी आशीष ने पुलिस के समक्ष कई खुलासे पूछताछ के दौरान किए हैं. उसने पुलिस को बताया कि वो अपने पिता मनोज बक्करवाला की तरह अपराध की दुनिया में नाम कमाना चाहता है. इसी मकसद से वो अपराध की दुनिया में 2017 से उतरा और अब तक हत्या, जबरन उगाही जैसी वारदातों को अंजाम दिया.
जानकारी के मुताबिक बुधवार सुबह मुठभेड़ के बाद स्पेशल सेल ने शाहबाद डेरी इलाके से आशीष को गिरफ्तार किया था. उसके पैर में गोली लगी थी. पूछताछ के दौरान आरोपी आशीष ने पुलिस को बताया है कि वो साल 2017 से आपराधिक वारदातों में लिप्त है. वो अपने दोस्त अमित उर्फ बीड़ी, रवि, रोहित और भोली के साथ एक दिन शराब पी रहा था. भोली ने उसके परिवार की महिला पर आपत्तिजनक टिप्पणी की. इसके चलते उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर भोली की हत्या कर उसके शव को बवाना नहर में फेंक दिया था. इस वारदात में उसे रणहौला पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
जमानत पर आकर मांग रहा था रंगदारी
वो जमानत पर 1 फरवरी 2020 को जेल से निकला. बाहर निकलने के बाद लोगों को धमकी देकर वो उनसे जबरन उगाही करने लगा. 17 मई 2020 को उसने अमित उर्फ बीड़ी के साथ मिलकर बक्करवाला गांव निवासी सतपाल के घर पर गोली चलाई. उससे एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी. इसके बाद वो एक डॉक्टर के क्लीनिक पर पहुंचे और वहां भी गार्ड को धमकाकर एक करोड़ रुपये की रंगदारी डॉक्टर से मांगी. इस मामले में अमित को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था, लेकिन आशीष फरार चल रहा था.