नई दिल्ली: दिल्ली की तिमारपुर विधानसभा के तिमारपुर वार्ड में दिल्ली सरकार करोड़ों रुपए से विकास कार्य करा रही है, लेकिन इलाके में हो रहा विकास कार्य लोगों के विकास में रोड़ा साबित हो रहा है. लोगों का कहना है कि सालों से इसी तरह के हालातों का सामना करना पड़ रहा है. इलाके की ज्यादातर गलियां टूटी हुई है, काम कराने के नाम पर खुदाई कराकर सड़के छोड़ दी गई. इलाके में कोई भी काम होता जल्द नजर नहीं आ रहा है, जिसकी वजह से दुकानदारों के रोजगार प्रभावित हो रहे हैं.
तिमारपुर विधानसभा के वजीराबाद के इलाके के मुख्य गली से लिंक छोटी गलियों में भी आने-जाने के रास्ते बंद कर दिए गए हैं, जिससे लोगों को गंदगी के बीच व संकरे रास्ते से निकलना पड़ रहा है. दिल्ली जल बोर्ड विभाग ने सीवर और पाइपलाइन डालने का काम शुरू किया गया है और जेसीबी से सड़कों की खुदाई कर दी गई है. जिस वजह से इलाके के लोगों का सड़कों पर चलना दुर्भर हो रहा है.
लोगों का कहना है कि दिल्ली सरकार ने किसी भी नियम का पालन नहीं किया है. सड़कों पर धूल उड़ रही है, लोग खुद ही पानी का छिड़काव कर धूल को दबाने की कोशिश कर रहे हैं. पूरी सड़क को एक साथ खुदवा कर छोड़ दिया गया है. सड़क पर बड़े-बड़े पत्थर पड़े हैं. लोग इन उबड़ खाबड़ रास्तों के बीच से निकलने को मजबूर हैं. खुदाई के काम के चलते लोगों के घरों की पाइप लाइन भी टूट चुकी है. लोगों को हर रोज पानी को लेकर जदोजहद करनी पड़ती है.
इलाके के लोगों ने बताया कि यदि अचानक इस दौरान कोई भी बीमार हो जाए या आपात स्थिति में किसी को अस्पताल ले जाना पड़े तो यहां पर एंबुलेंस पहुंच नहीं सकती. इस स्थिति में मरीज की हालत भी खराब हो सकती है. जहां एक और दिल्ली में विकास कार्यों के नाम पर सरकार वाहवाही लूटने की कोशिश कर रही है, तो वहीं इलाके के लोग भी इन विकास कार्यों के चलते परेशान हैं.