नई दिल्ली: जगतपुर गांव(Jagatpur Village) की RWA ने सरकार से मांग की है कि दिल्ली की बदहाल यमुना को सफाई किया जाए और यमुना के किनारों को साबरमती रिवरफ्रंट(Sabarmati Riverfront) की तरह विकसित किया जाए. जिससे इलाके के लोग ही नहीं आसपास की जनता भी यमुना की ओर आकर्षित हो.
यमुना की सफाई को उठी मांग दिल्ली के वजीराबाद(wazirabad) व जगतपुर से लेकर पल्ला तक यमुना किनारे कई गांव बसे हुए हैं. यहां पर राम घाट, सूर घाट, काली घाट, हनुमान घाट समेत बड़ी संख्या में घाट भी बने हुए हैं. जहां पर लोग यमुना की पूजा और स्नान के लिए भी जाते हैं. यमुना के किनारे खेती भी की जाती है. यमुना का पानी कई बार बिल्कुल कम भी हो जाता है, तो कई बार बारिश के दौरान पानी काफी बढ़ जाता है.
यमुना नदी किनारे एक्सरसाइज करते लोग साबरमती रिवरफ्रंट की तरह की जाए विकसित
पिछले दिनों पानी की कमी भी थी, दिल्ली के लोगों को पीने का पानी भी पूरा नहीं मिल रहा था. पूरी दिल्ली में पानी की किल्लत(water shortage in delhi) थी और दिल्ली सरकार(delhi government) का कहना था कि यमुना में पीछे से पानी कम आ रहा है. यहीं इस वजह से पानी की किल्लत हो रही है. अब जैसे ही पिछले सप्ताह से पहाड़ों में और दिल्ली के आसपास के क्षेत्र में भी लगातार बारिश हुई, तो यमुना में पानी का लेवल भी काफी बढ़ गया है. स्थानीय लोगों ने अब सरकार से मांग करते कहा है कि दिल्ली में गांवो के आसपास पार्क की भी सुविधाएं नहीं है. लोग यमुना किनारे घूमने के लिए भी जाते हैं, लेकिन सरकार की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की गई है.
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स्थानीय लोगों ने सरकार से रखी मांग
स्थानीय लोगों ने मांग करते हुए कहा है कि यमुना के किनारों को साबरमती रिवरफ्रंट की तरह विकसित किया जाए. ताकि यमुना साफ और स्वच्छ भी रहे और लोग भी यमुना की सुंदरता को देख सकें. जगतपुर आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी व दूसरे कई ग्रामीणों ने सरकार के सामने यह मांग रखी है, जिसका फायदा सभी को मिलेगा.