नई दिल्ली:दिल्ली सरकार और एनजीटी राजधानी मेंबढ़ते प्रदूषण को लेकर अलर्ट है. इनके द्वारा अब ऐसे लोगों के खिलाफ कानून बनाकर कार्रवाई की जा रही हैं, जो राजधानी में बेवजह प्रदूषण फैलाते हैं. वहीं दूसरी ओर सिविल लाइन्स जैसे पॉश इलाके में जहां दिल्ली के उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से लेकर दिल्ली सरकार के कई बड़े-बड़े मंत्रियों और अधिकारियों के कार्यालय और आवास हैं. बावजूद इसके सड़क निर्माण कार्य की वजह से वहां के लोगों की जिंदगी में धूल का जहर घोला जा रहा है, जिसकी वजह से पूरे इलाके में धूल की बदली छाई हुई है. सड़क से आने-जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में लोगों की शिकायत है कि प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार भले ही सख्त कानून बनाती है, लेकिन कार्रवाई तो सिर्फ आम लोगों पर होती है. दिल्ली सरकार और एनजीटी खुद के बनाए कानूनों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं.
दिल्ली के VVIP इलाके में उड़ रहा है धूल: ईटीवी भारत से बात करते हुए सिविल लाइन्स स्तिथ राजपुर रोड पर चल रहे निर्माण कार्य को लेकर लोगों ने आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी विभाग की तरफ से पुरानी सड़क को तोड़कर नई सड़क बनाई जा रही है. सरकार और एनजीटी के मानकों के अनुरूप प्रदूषण को कम करने के लिए किसी भी प्रकार के नियम का पालन यहां पर नहीं हो रहा है. वाहनों की आवाजाही से सड़क पर धूल उड़ रही है, पैदल आने जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. एक ओर सरकार कड़े कानून बनाकर लोगो को सख्ती से पालन करने का आदेश देती है, वहीं दुसरी ओर खुद के द्वारा कराए जा रहे काम को लेकर सरकार और उनके अधिकारी पूरी तरह से संजीदा नहीं हैं.
सिविल लाइन्स उत्तरी दिल्ली का पौश इलाका है, लेकिन यहां पर ही दिल्ली सरकार की ओर से निर्माण कार्य को लेकर तय मानकों पर काम नहीं हो रहा है. दिल्ली में प्रदूषण की बिगड़ती स्थिति से लोग पहले से ही परेशान है. ऐसे में अब वीआईपी इलाके में सड़क पर उड़ता हुआ धूल का गुबार लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है. लोगों की शिकायत है कि बुजुर्गों, बीमार लोगों और छोटे-छोटे बच्चों के लिए सड़क पर उड़ती धूल आफत बनी हुई है, लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है.