नई दिल्ली:डीडीए की वर्ष 2017 आवासीय योजना में लौटाए गए डेढ़ हजार फ्लैटों को डीडीए सस्ती कीमत पर बेचने जा रहा है. इनमें से एक हजार फ्लैट सैनिक की विधवा, युद्ध में विकलांग हुए सैनिक और गैलेंट्री मेडल विजेताओं के लिए निकाले जा रहे हैं.
14 लाख में बेचे गए फ्लैट अब डीडीए सात से आठ लाख में देगा वहीं 500 फ्लैट एससी/एसटी के लिए निकाले जा रहे हैं. वर्ष 2017 में 14 लाख में बेचे गए यह फ्लैट सात से आठ लाख में दिए जाएंगे.
10 हजार लोगों ने लौटा दिया था फ्लैट
जानकारी के अनुसार डीडीए ने वर्ष 2014 आवासीय योजना में कुल 25 हजार फ्लैट निकाले थे. फ्लैट बेहद छोटे होने के चलते 10 हजार लोगों ने इन्हें लौटा दिया था. इन्हें 2017 आवासीय योजना में एक बार फिर निकाला गया. इस बार भी पांच हजार से ज्यादा लोगों ने फ्लैट लौटा दिए थे.
डीडीए ने इन फ्लैटों को बेचने के लिए विभिन्न प्रयास किए लेकिन इसके बावजूद अब भी डेढ़ हजार फ्लैट नहीं बिक सके हैं. इन फ्लैटों को ही डीडीए अब सस्ती दर पर बेचने जा रहा है.
ओपन मार्केट में बेचे गए फ्लैट
डीडीए की वर्ष 2017 आवासीय योजना में लगभग पांच हजार फ्लैट लौटाए गए थे. इनमें से लगभग एक हजार फ्लैट डिस्काउंट पर पैरा मिलिट्री फोर्स को डीडीए ने बेच दिए थे.
इसके अलावा लगभग दो हजार फ्लैट ओपन मार्केट में डीडीए ने निकाले थे. नरेला एवं रोहिणी में बने इन फ्लैटों को कोई भी डीडीए की वेबसाइट पर जाकर सीधे खरीद सकता था. लेकिन, इसके बावजूद अभी भी 1500 से ज्यादा फ्लैट डीडीए के पास बचे हुए हैं जिन्हें अब डीडीए सात से आठ लाख रुपये में बेचने के लिए ऑनलाइन योजना निकालने जा रहा है.
पुराने अलॉटी डीडीए के फैसले से नाराज
वर्ष 2014 आवासीय योजना में फ्लैट पाने वाले वैभव पुग्गल ने बताया कि डीडीए अब इन फ्लैटों को उनकी वास्तविक कीमत पर बेच रहा है. दरअसल यह फ्लैट ईडब्ल्यूएस कोटे के लिए तैयार किए गए थे.
इन्हें सात से आठ लाख रुपये में बेचा जाना था. लेकिन डीडीए ने इन्हें एलआइजी बताकर धोखे से लोगों को 14-15 लाख में बेच दिया. बचे हुए फ्लैटों को बेचने के सभी प्रयास विफल होने पर डीडीए अब इसे ईडब्ल्यूएस की कीमत पर बेचने जा रहा है.