नई दिल्ली:राजधानी दिल्ली सहित समस्त भारतवर्ष में लॉकडाउन लागू है और इस लॉकडाउन के बीच तमाम सिविक एजेंसियां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में जुटी हुई हैं. ताकि कोरोना वायरस की चैन को तोड़ा जा सके. इसके इतर राजधानी दिल्ली के कई जगह पर लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ाती तस्वीरें सामने आ रही है. दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-23 स्थित एक स्कूल से ऐसी ही तस्वीर सामने आ रही हैं. जो सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उडा रही है.
रोहिणी के स्कूल के बाहर जमा हो रहे लोग सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ाई धज्जियां
आज देशभर में लॉकडाउन लागू है, जो आगामी 3 मई तक जारी रहेगा. जहां एक ओर इस लॉकडाउन को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार लोगों से इसे गंभीरता से अमल करने की अपील कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर शासन और प्रशासन भी इसको लेकर पूरी तरह सतर्क नजर आ रही है. ताकि कोई भी व्यक्ति इसे हल्के में ना लें और सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व को समझते हुए पूरी जिम्मेदारी के लॉकडाउन का पालन करें. लेकिन बावजूद इसके दिल्ली की कई जगहों पर तस्वीर कुछ और ही सामने आ रही है. ये तस्वीरें सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व को विफल करने पर आमादा है.
स्कूल में खाने के लिए लगी कतार
ऐसी ही तस्वीर दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-23 की है. दरअसल रोहिणी सेक्टर-23 में एक स्कूल पर दिल्ली सरकार की ओर से गरीब लोगों को खाना वितरित किया जाता है. यहां पर खाना वितरित होने से पहले ही लोग लंबी-लंबी कतार में खड़े हो जाते हैं. कई बार लोग अपना-अपना थैला कतार में रख कर एक जगह पर जमघट लगाकर खड़े हों जाते हैं. जिसका नजारा वीडियो में देख सकते हैं. हालांकि कैमरा देखने के बाद ये लोग इधर-उधर खड़े होते दिखे.
प्रशासन के दावे की पोल खोलती तस्वीरें
ये तस्वीर केवल सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां नहीं उडा रही बल्कि प्रशासन के लिए भी सवालिया निशान खड़े कर रही हैं. जहां एक ओर प्रशासन की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रख कर लॉकडाउन को पालन कराने के दावे किए जाते हैं. वहीं दूसरी ओर इस तरह की तस्वीर प्रशासन के उसी दावों को खोखला साबित कर रही है. जो कहीं ना कहीं किसी बड़ी घटना को दावत देने की संभावना कर रही है.
कोरोना से जंग में सोशल डिस्टेंसिंग का रखे ख्याल
ऐसे में अब जरूरत है कि सभी लोग लॉकडाउन का जिम्मेदारी से पालन करें. दूसरी ओर जरूरी ये भी है कि प्रशासन भी इस तरह के जगहों पर खास ध्यान बना कर रखे. ताकि सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व को बरकरार रखे और कोरोना वायरस की चैन को तोड़ा जा सके.