नई दिल्ली:किराड़ी विधानसभा में काग्रेस ने मस्ती की पाठशाला शुरू की है. इस पाठशाला को खोलने का उद्देश्य महिलाओं को जागरूक करना है. महिलाएं 365 दिन अपने परिवार के हर एक सदस्य का ध्यान रखते हुए परिवार को एक माला में पिरो कर रखती है. ऐसे में उस महिला के पास अपने लिए समय नहीं मिलता. इन्हीं महिलाओं को उनके क्षेत्र में जाकर शिक्षा और ज्ञान के साथ-साथ तरह-तरह की जानकारियां भी देने का काम कर रहे हैं.
कांग्रेस ने शुरु की मस्ती की पाठशाला हफ्ते में एक दिन 'मस्ती की पाठशाला'
हफ्ते में एक ही दिन मस्ती की पाठशाला लगाया जा रहा है. इसमें दादी से लेकर, बुआ, मामी और नानी तक सभी महिलाएं साक्षर हो रहीं हैं और हर हफ्ते अलग अलग कार्यक्रम चलाया जा रहा है. मस्ती की पाठशाला को लेकर महिलाओं और बच्चों में काफी उत्साह है.
महिलाओं को किया जा रहा जागरूक
कांग्रेस की महिला नेता ने कहा हमने अपनी उपस्थिति से मस्ती की पाठशाला को और बेहतर बनाने का प्रयास किया है. इस पाठशाला का उद्देश्य है, महिलाओं को जागरूक करना. एक तरफ शिक्षा के लिए शासन-प्रशासन स्तर पर प्रयास कर रहा है. वहीं दूसरी तरफ जहां महिलाओं को किताबी ज्ञान पाने के लिए मोहताज होना पड़ता है. ऐसे में कांग्रेस ने पूरी दिल्ली में मस्ती की पाठशाला खोलने की शुरुआत की है.
'एक महिला पूरे परिवार को करती है शिक्षित'
महिला नेता ने कहा कि अगर एक आदमी शिक्षित होता है तो वह अकेला ही ज्ञान प्राप्त करता है. वहीं यदि एक महिला शिक्षित होती है तो वो पूरे परिवार को शिक्षित करती है. इस मस्ती की पाठशाला को खोलने का उद्देश्य महिलाओं को शिक्षा और ज्ञान के साथ-साथ उन्हें जागरूक करना है. क्योंकि महिलाएं पूरे परिवार का बोझ उठाकर अपनी शिक्षा की तरफ ध्यान नहीं दे पातीं, इसलिए दिल्ली के सभी जिलों में और वार्ड में हफ्ते में सिर्फ 1 दिन मस्ती की पाठशाला का आयोजन कर रहा है.
2 जनवरी से लगातार जारी है अभियान
कांग्रेस महिला प्रदेश अध्यक्ष अमृता धवन ने बताया कि 2 जनवरी से मस्ती की पाठशाला की शुरुआत दिल्ली के सभी वार्ड और जिलों में हो रही है. यह पाठशाला निरंतर चलती रहेगी, जब तक महिलाएं चाहेंगीं.