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किसान आंदोलन: सिंघु बॉर्डर पर लगाया गया कॉफी लंगर

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Published : Jan 1, 2021, 12:15 PM IST

सिंघु बॉर्डर पर कई तरह के लंगर के बाद अब कॉफी लंगर भी शुरू हो गया है. यहां प्रदर्शन कर रहे एक किसान ने कॉफी की मशीनें लगाई हैं. कॉफी में चीनी की जगह गुड़ और ड्राई फ्रूट्स का उपयोग किया जा रहा है.

Coffee Machines at singhu Border
सिंघु बॉर्डर पर कॉफी मशीनें

नई दिल्ली:दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन को एक महीने से ज्यादा का समय हो चुका है. किसान लगातार अपनी मांगों को लेकर सरकार के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. साथ ही दिल्ली में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. आंदोलन में गर्मी लाने और सर्दी का मजा बढ़ाने के लिए एक किसान ने सिंघु बॉर्डर पर आंदोलन करने आए किसानों को कॉफी का लंगर लगाया हुआ है. कॉफी बनाने की मशीन भी लगाई गई है.

सिंघु बॉर्डर पर कॉफी लंगर


सर्दी से बचने के लिए लगाई गई कॉफी की मशीन
ईटीवी भारत की टीम से सिंधु बॉर्डर पर कॉफी बना रहे शख्स जगजीत सिंह ने बात की. उन्होंने बताया कि वह पंजाब के रहने वाले हैं. आंदोलन के पहले दिन से ही सिंघु बॉर्डर पर किसानों के साथ बैठे हुए हैं. सर्दी ज्यादा बढ़ने की वजह से आंदोलन करने आए किसानों को कॉफी पिलाने की सूझी. जिसके लिए उन्होंने सिंघु बॉर्डर कॉफी बनाने की मशीन ही लगा दी. इस कॉफी का स्वाद दूसरी कॉफी से अलग है. जिसे बनाकर लोगों को कॉफी पिला रहे हैं.

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चीनी की जगह गुड और ड्राई फ्रूट्स की कॉफी
जगजीत सिंह ने बताया कि पहले दूध को उबालते हैं और फिर उसमें चीनी की जगह गुड़, छोटी व बड़ी इलायची, ड्राई फ्रूट्स डालते है. कॉफी को स्वादिष्ट व जायकेदार बनाकर लोगों को पिला रहे हैं. साथ ही कॉफी पीने आए लोगों ने बताया कि कॉफी बहुत ही जायकेदार है. आमतौर पर कॉफी में चीनी डाली जाती है, लेकिन यहां पर गुड डाला जा रहा है. साथ ही कॉफी का स्वाद बढ़ाने के लिए ड्राई फ्रूट्स डाले जा रहे हैं.



खाने पीने की चीजें बनाने के लिए तकनीक का प्रयोग
करीब 2 सप्ताह से जगजीत सिंह सिंघु बॉर्डर पर लोगों को कॉफी पिला रहे हैं और यहां पर कॉफी बनाने के लिए बड़ी मशीन का प्रयोग किया जा रहा है. आंदोलन में कई जगह नई नई तकनीक का प्रयोग भी देखने को मिल रहा है. आंदोलन में खाने पीने की चीजों का भरपूर प्रयोग हो रहा है और भी मजबूत होता जा रहा है. लेकिन किसान कृषि कानून को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं.

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