नई दिल्ली:दिल्ली नगर निगम में पांच निगम सीटों पर उपचुनाव है. जिसको लेकर सभी पार्टियों के प्रत्याशी मैदान में उतरकर अपने प्रचार-प्रसार के माध्यम से वोटरों को अपनी ओर लुभाने की जुगत में लगे हुए हैं. इलाके में पदयात्रा कर लोगों से खुद के लिए भारी बहुमत से जिताने की अपील भी कर रहे हैं.
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आप प्रत्याशी ने किया पांचों सीट पर जीत का दावा
ईटीवी भारत से बात करते हुए बवाना विधानसभा के रोहिणी 32 वार्ड के आप प्रत्याशी रामचंद्र ने बताया कि 28 फरवरी को चुनाव होने वाले हैं. उसके लिए आम आदमी पार्टी ने उन पर भरोसा जताते हुए टिकट दिया है और पहले भी वह विधानसभा में उपचुनाव पर जीत के बाद दो साल तक विधायक रहे थे. इस बार निगम पार्षद के लिए उपचुनाव का प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतरा है. इलाके में जीत के दावे के साथ पांचों सीटों पर जीत दावा कर रहे हैं. हालांकि रोहिणी एंड 32 वार्ड से भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी भी कड़ी टक्कर का दावा कर रहे हैं.
भाजपा, आप ओर कांग्रेस में कड़ी टक्कर
साल 2022 में होने में निगम चुनाव में करीब एक साल का समय बचा है और उससे पहले दिल्ली में 5 निगम सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. दो निगम सीट उत्तरी दिल्ली नगर निगम की है वहीं 3 सीट पूर्वी दिल्ली नगर निगम की है. रामचंद्र रोहिणी के N(32) वार्ड के इलाके में घूम घूम कर अपनी पदयात्रा और प्रचार-प्रसार में जुटे हुए हैं.
साथ ही अपनी जीत का दावा भी कर रहे हैं. एक साल के बचे हुए समय को लेकर रामचंद्र बताते हैं कि इन्होंने इलाके की जनता के लिए बिना पद के भी काफी काम कराएं हैं. क्षेत्र में हुए काम से जनता संतुष्ट हैं. सभी प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं, लेकिन 28 फरवरी को होने वाले चुनाव के बाद 3 मार्च को मतगणना है. यह मतगणना के बाद ही पता चलेगा कि निगम उपचुनाव में जीत किसकी होगी.
भाजपा शाषित निगम पर लगाए आरोप
हालांकि दिल्ली नगर निगम के कर्मचारी अपनी सैलरी न मिलने को लेकर हड़ताल पर रहते हैं और निगम दिल्ली सरकार पर भ्रष्टाचार करने के आरोप को लेकर कई बार धरने प्रदर्शन भी कर चुकी है. इस पर आम आदमी पार्टी प्रत्याशी रामचंद्र का कहना है कि भाजपा से सभी त्रस्त हो चुके हैं और लोग भाजपा के चेहरे को अच्छी तरह से पहचान चुके हैं. इस बार दिल्ली की जनता भाजपा के झूठे झांसे में नहीं आएगी.