नई दिल्ली:राजधानी में जैसे-जैसे चुनावी दिन करीब आ रहे हैं वैसे वैसे ही प्रशासन की तरफ से तैयारियां भी तेज़ हो गई हैं. उत्तर पूर्वी जिले में प्रशासन ने पोलिंग पार्टियों को बाकायदा EVM और VVPAT की स्पेशल ट्रेनिंग दी गई.
ड्यूटी को लेकर भी दिशा निर्देश दिए गए. किस तरह मुस्तैदी के साथ अपने काम को अंजाम देना है. पोलिंग पार्टियों को विस्तार से बताया गया. अंबेडकर कॉलेज में हुए तीन दिवसीय ट्रेनिंग सेशन का नेतृत्व खुद जिलाधिकारी शशि कौशल ने एसडीएम इलेक्शन किशनवीर, एसडीएम करावल नगर समेत बहुत से अधिकारियों के साथ किया.
ट्रेनिंग के लिए इंतजाम
उत्तर पूर्वी जिले के अंबेडकर कॉलेज में पोलिंग पार्टी के लिए खास ट्रेनिंग का इंतजाम किया गया था. इस दौरान जिले की डीएम शशि कौशल अपने एसडीएम और दूसरे अधिकारियों के साथ ट्रेनिंग कैंप में मौजूद रहीं.सेक्टर ऑफिसर की निगरानी में छह सेशन में यह ट्रेनिंग पूरी की गई.
डीएम शशि कौशल के मुताबिक ट्रेनिंग सेशन में चार एलईडी के जरिये वोटिंग कराए जाने की बारीकियों को सिखाया गया.साथ ही पोलिंग पार्टियों को बताया गया कि कैसे उन्हें न केवल पूरी जिम्मेदारी से अपनी ड्यूटी करनी है बल्कि पूरी सावधानी के साथ EVM और VVPAT मशीन को बॉक्स में पैक कर सील लगाकर सुरक्षित स्थान तक पहुंचाना है.
कैसे करनी है ड्यूटी
यह भी बताया गया कि कैसे उन्हें अंजान जगह और अंजान लोगों के साथ 24 घंटे रहकर तत्परता से अपनी ड्यूटी को अंजाम देना है. पोलिंग पार्टी को बताया गया कि उन्हें उत्तर पूर्वी जिले की 10 विधानसभा बुराड़ी, तिमारपुर, करावल नगर से लेकर सीमापुरी और सीलमपुर जैसी दस में विधानसभा में से किसी भी विधानसभा में ड्यूटी के लिए भेजा जा सकता है.
एसडीएम इलेक्शन किशनवीर ने बताया कि इस ट्रेनिंग सेशन के दौरान पोलिंग पार्टी को पोलिंग ऑफिसर फर्स्ट, पोलिंग पार्टी सेकंड के साथ ट्रेनिंग को पूरा किया गया. ट्रेनिंग में यह भी बताया गया कि किस तरह से EVM का इस्तेमाल किया जाएगा. वहीं पहली बार VVPAT सिस्टम को भी इलेक्शन में प्रयोग किया जा रहा है ताकि पूरी तरह से पारदर्शिता बनी रहे.
मास्टर ट्रेनर के साथ ट्रेनिंग
उत्तर पूर्वी जिले के नोडल अधिकारी (ट्रेनिंग) राजेश धवल ने बताया कि सभी इलेक्शन के लिए पोलिंग पार्टी की ट्रेनिंग रखी गई थी, जो कि 10 अप्रैल से शुरू होकर 12 अप्रैल तक चली है. पहली शिफ्ट की ट्रेनिंग में करीब 17 सौ जबकि इवनिंग शिफ्ट में करावल नगर विधानसभा से जुड़े पोलिंग पार्टी की ट्रेनिंग की दी गई, ट्रेनिंग के दौरान सेक्टर ऑफिसर के द्वारा 50-50 पोलिंग ऑफिसर के बैच बनाकर ट्रेनिंग दी गई.
ट्रेनिंग के दौरान EVM और VVPAT को किस तरह से इस्तेमाल किया जाएगा. यह पूरी जानकारी ऑडियो विजुअल के जरिए दी गई. इसके बाद दूसरे और तीसरे स्तर की ट्रेनिंग होगी, जिसमें इलेक्शन कमिशन के द्वारा डे टु डे बेसिस पर आने वाली जानकारियों को पोलिंग पार्टी से शेयर किया जाएगा.
रोजेश धवल ने बताया की 222 सेक्टर से जुड़े सेक्टर ऑफिसर को पहले ट्रेनिंग दी गई थी. जिसके बाद मास्टर ट्रेनर की मदद से पोलिंग पार्टी को प्रैक्टिस कराई गई है.