नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी जिले के अलग-अलग इलाकों में शुक्रवार की नमाज बेहद शांतिपूर्ण माहौल में पड़ी गई. इसी बीच जाफराबाद इलाके में नमाज पूरे अमान के साथ पढ़ी गई. खास बात यह रही कि शुक्रवार की नमाज के दौरान सड़कों को पूरी तरह से खाली छोड़ा गया था, साथ ही ज्यादातर मस्जिदों में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दो-दो बार नमाज पढ़ाई गई. एक बार नमाज होती तो बाकी के लोग उनका ध्यान रखने के लिए बाहर मौजूद रहे और फिर जब बाहर वालों ने पढ़ी तो पहले वाले पहरेदारी करते रहे.
जाफराबाद इलाके में सड़कों पर नहीं हुई जुम्मे की नमाज नमाज का सड़कों पर न पढ़ने का ऐलान
शुक्रवार को नमाज के लिए पहले से ही ऐलान कर दिया था कि किसी भी हालत में सड़कों पर नमाज नहीं पढ़ी जाए और कानून व्यवस्था को बनाये रखने में पुलिस को सहयोग किया जाए. शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के दौरान इस बात का पूरा ख्याल रखा जाए कि सड़कों पर नमाज नहीं हो. इसी को देखते हुए जाफराबाद मेन रोड पर स्थित बाबुल उलूम मदरसे में दो बार शुक्रवार की नमाज का आयोजन किया गया.
'इस्लाम अमन पसंद धर्म है'
इस दौरान बाबुल उलूम मदरसे के इंचार्ज मौलाना दाऊद ने बताया कि इस्लाम अमन पसंद धर्म है और किसी को परेशानी न हो इस बात का भी पूरा ख्याल रखा जाता है. इसी को ध्यान में रखते हुए इस बात का पूरा ध्यान रखा गया है कि रोड पर नमाज न हो इसके लिए मदरसे में एक की बजाय दो बार नमाज पढ़ाई गई.