नई दिल्लीः उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसक घटनाओं की जांच क्राइम ब्रांच की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट (SIT) कर रही है. इसी बीच मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने मांग की है कि एसआईटी में मुस्लिम समुदाय से भी अधिकारियों को शामिल किया जाए.
स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट कर रही मामले की जांच गौरतलब है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में हिंसक वारदातें हुई थी, जिसमें 50 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हो गए थे. हिंसक घटनाओं की शुरुआती जांच स्थानीय पुलिस कर रही थी.
वहीं मामलों की गंभीरता को देखते हुए SIT को जांच का जिम्मा सौंपा गया था. हालांकि जांच के दौरान एसआईटी ने दोनों पक्षों की तरफ से गिरफ्तारियां की है.
मुस्लिम इलाकों में दहशत
जिस तरह से गिरफ्तारियां की जा रही हैं, उससे मुस्लिम इलाकों में दहशत का माहौल बन गया है. मुस्लिम समुदाय के बीच चर्चा है कि पुलिस उनके इलाकों में एकतरफा कार्रवाई कर रही है.
धमकाने का लगाया आरोप
लोगों का आरोप है कि इलाके के लड़कों को पहले उठाया जा रहा है, फिर छोड़ने के नाम पर परिजनों को धमका कर पैसा वसूला जा रहा है. इसी बीच मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने भी सवाल उठाया है.
चर्च हमले का किया जिक्र
बुद्धिजीवियों ने कहा कि जब दिल्ली में चर्च पर हमले हुए थे, तो जांच के लिए एसआईटी का गठन हुआ था. जिसे एक क्रिश्चियन पुलिस अधिकारी हेड कर रहे थे, इसी तरह दिल्ली हिंसा को लेकर भी मुस्लिम पुलिस अफसर को शामिल किया जाए.