नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली के यमुनापार के वजीराबाद रोड पर स्थित गोकलपुरी टायर मार्केट पिछले दिनों उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगों में उपद्रवियों का शिकार बन गई थी. लूटपाट और आजगनी की गवाह बनी, इस मार्केट को कारोबारियों की मांग के बाद जमीयत उलेमा ए हिंद ने गोद लिया था.
वहीं टायर मार्केट की दुकानों और इसके साथ बनी मस्जिद को भी पूरी तरह से बनवाकर तैयार करा दिया गया है. जमीयत के दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष मौलाना दाउद अमीनी ने बताया कि क्योंकि जमीयत इस मार्केट की सरपरस्ती कर रही है, लिहाजा इस मार्केट का नाम भी जमीयत उलेमा हिंद टायर मार्केट कर दिया गया है.
दंगाइयों ने मार्केट को आग के हवाले कर दिया था
गौरतलब है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में हुए सांप्रदायिक दंगों के पहले ही दिन दंगाइयों ने वजीराबाद रोड पर स्थित गोकुलपुरी टायर मार्केट को लूटपाट के साथ ही आग के हवाले कर दिया था. मार्केट में हुई आगजनी की इस वारदात में मार्केट की दर्जनों दुकानें जलकर खाक हो गई थीं. यहां तक कि कारोबारियों के पास न ही दुकानों में माल बचा और न ही सर को छुपाने के लिए छत ही बची.
छोटी मस्जिद को भी पहुंचाया नुकसान
दंगाइयों ने मार्केट के किनारे पर बनी छोटी मस्जिद को भी नुकसान पहुंचाया और तोड़फोड़ के साथ ही उसे भी आग के हवाले कर दिया. हालत यह थी कि इस मार्केट में लगी आग कई दिनों तक धधकती रही और कर्फ्यू और दंगों के हालात में कारोबारी घरों में लाचार बैठे यह ह्रदयविदारक नजारा देखते रहे. जमीयत दिल्ली प्रदेश के उपाध्यक्ष मौलाना दाउद अमीनी ने बताया कि जमीयत पहले दिन से ही सभी लोगों के लिए मददगार बनकर काम कर रही है. जमीयत ने मुसलमानों के साथ ही हर किसी के लिए काम किया है.