नई दिल्ली: दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित की याद में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन मौजपुर की कृष्णा मंदिर धर्मशाला में किया गया. इस सभा में मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन चौधरी मतीन अहमद मौजूद रहे.
'मां, ममता और विकास की देवी थीं शीला दीक्षित'
मतीन अहमद ने कहा कि मां, ममता, करुणा और विकास की देवी शीला दीक्षित के निधन से जो जगह खाली हुई है, उसकी भरपाई कभी कोई नहीं कर सकता.
'शीला दीक्षित की जगह कोई नहीं ले सकता'
इन मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मां, ममता, करुणा और विकास की देवी शीला दीक्षित के निधन के उपरांत जो जगह खाली हुई है, उसकी भरपाई कभी नहीं की जा सकती है.
शीला दीक्षित के जाने से दिल्ली और कांग्रेस पार्टी को ही नुकसान नहीं हुआ बल्कि पूरे हिन्दुस्तान को नुकसान हुआ है. 15 साल दिल्ली में जितना विकास शीला दीक्षित के नेतृत्व में हुआ वह दिल्ली के इतिहास में और हिंदुस्तान के इतिहास में एक मिसाल है.
'दिल्ली को बदरंग करने में लगी मौजूदा सरकार'
शीला दीक्षित ने दिल्ली में एक से बढ़कर एक फ्लाईओवर का जाल पूरी दिल्ली में बिछा दिया है. जिससे आज दिल्ली की जनता को ही नहीं पूरे देश को इसका लाभ मिल रहा है. चौधरी मतीन अहमद ने कहा कि शीला सरकार में जितने विकास कार्य हुए हैं उतने आने वाली दिल्ली की कोई भी सरकार नहीं करा सकेगी. शीला दीक्षित ने दिल्ली को एक नेता की तरह नहीं बल्कि एक मां की तरह संवारा था, लेकिन मौजूदा दिल्ली सरकार दिल्ली को बदरंग करने में लगी है.